बलरामपुर । शासन की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘सुराजी गांव योजना’’ जिसका घटक नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी विकास कार्यक्रम के घुरूवा संवर्धन के तहत बलरामपुर- रामानुजगंज जिले में गोबर की उचित प्रबंधन करने हेतु कृषि विभाग के मैदानी कर्मचारियों द्वारा निरंतर प्रयास कर कृषकों के घर-घर तक तकनीकी जानकारी दी जा रही। जिससे कृषक एवं महिला समूह न केवल जैविक खाद उत्पादन कर रहे है, बल्की इससे आर्थिक लाभ लेकर आत्मनिर्भर हो रहे हैं। राज्य शासन की योजना को गौठान से घर-घर तक पहुचाने में कृषि विभाग का कामयाबी यह एक साक्ष्य है। इसी कड़ी में जिले के विकासखण्ड बलरामपुर अन्तर्गत रनहत ग्र्राम पंचायत में जहां राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना द्वारा निर्मित वर्मी टैंक में कृषि विभाग की उचित तकनीकी मार्गदर्शन एवं आजिवीका मिशन की सहायता से स्व-सहायता समूह के महिला सदस्यों द्वारा केचुंआ खाद उत्पादन कर उसे अपने खेत में प्रयोग कर रहे हैं। महिला समूह केचुंआ खाद उत्पादन कर जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसे बेचकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार कर आत्मनिर्भर हो रहे है।
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