शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में बच्चे को पटककर मारने के जुर्म में आरोपी को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कुसमी पुलिस अनुविभागीय अधिकारी रितेश चौधरी ने बताया कि दिनांक 11.11.2021 को सुबह करीब 10 बजे बिल्लू नगेसिया पिता अर्जुन नगेसिया निवासी ग्राम पतराटोली जरहाडीह का लडका दीपक नगेसिया उम्र 03 वर्ष अपने घर से कूछ दूरी पर बाहर में खेल रहा था। कुछ देर के बाद चिल्लाने की आवाज आने पर सुन्दरी नगेसिया पिता चुटूल राम उम्र 15 वर्ष एवं मटू नगेसिया पिता घूरन राम उम्र 17 वर्ष अपने घर से बाहर आकर देखें तो बिहारी नगेसिया दीपक को उठाया हुआ था तथा दीपक को चुप होने के लिये कह रहा था। दीपक जब चुप नहीं हो रहा था तब बिहारी नगेसिया ने गुस्से में आकर दीपक को जमीन पर पटक दिया और वहाँ से भाग गया।उसके बाद दीपक के माता पिता ने आकर देखा तो दीपक बेहोश पड़ा था जिसे ईलाज कराने हेतु शंकरगढ अस्पताल एवं मेडिकल कालेज अस्पताल अम्बिकापुर लेकर गये जहाँ डॉक्टर ने दीपक की मृत्यू होना बताया गया। जिसके बाद पुलिस सहायता केन्द्र मेडिकल कालेज अस्पताल अम्बिकापुर मर्ग कायम कर पंचनामा किया गया था।डाक्टरों ने पीएम रिपोर्ट में मृतक दीपक की मृत्यू का कारण हेड इन्ज्यूरी से होना बताया जिसके बाद मामला थाना शंकरगढ होने से थाना शंकरगढ में मर्ग कायम कर आगे की कार्यवाही किया गया। प्रकरण में जांच उपरांत धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया एवं घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक बलरामपुर रामकृष्ण साहू एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामपुर को दिया गया तथा उनके दिशा निर्देश पर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी रितेश चौधरी के साथ थाना प्रभारी हेमंत अग्रवाल एवं अन्य स्टाफ के साथ ग्राम पतराटोली बीचपारा जरहाडीह में जाकर दो रात कैम्प कर आरोपी का तलाश कर आरोपी बिहारी नगेशिया पिता पुरन नगेशिया उम्र 22 वर्ष निवासी पतराटोली (बीचपारा) जरहाडीह थाना शंकरगढ जिला बलरामपुर के पतराटोली जंगल के पास घेराबंदी कर गिरफ्तार करने में सफलता पाई।पुलिस के घटना के संबंध में पुछताछ आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।पुलिस ने आरोपी को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है।
इस पूरे कार्यवाही मे पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी रितेश चौधरी थाना प्रभारी शंकरगढ उप निरीक्षक हेमंत कुमार अग्रवाल सउनि उमाशंकर त्रिपाठी प्रधान आरक्षक गोपाल राम आरक्षक शैलेन्द्र तिवारी आरक्षक कांशी राम भगत
आरक्षक नागेश्वर पोर्ते आरक्षक प्रवीण कुमार चौहान आरक्षक अमृत सिंह सक्रिय थे।