बलरामपुररामानुजगंज

बलरामपुर जिले में प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नति पश्चात पदस्थापना हुई है तब से विवादों के घेरे में है

बलरामपुर जिले में प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नति पश्चात पदस्थापना हुई है तब से विवादों के घेरे में है

जी हां हम बात कर रहे हैं सबसे बुद्धिजीवी एवं दूसरे को मार्गदर्शक होता है।शिक्षा विभाग यह एक ऐसा विभाग है जो समाज को एक अच्छा भविष्य देता है फिर भी इस समाज में ऐसा क्या है पदोन्नति पांश्चात पदस्थापना को लेकर विवाद हो रहा है सर्वप्रथम जिला शिक्षा अधिकारी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों पदोन्नति पश्चात पदस्थापना की गई थी जो काफी विवाद के घेरे मे आया था जिस पर स्थानीय विधायक बृहस्पति सिंह ने भी नाराजगी जाहिर किया था जिसके बाद बलरामपुर कलेक्टर के द्वारा पदोन्नति के पश्चात पदस्थापना को निरस्त कर दिया गया था इसके बाद शिक्षकों की काउंसलिंग के पश्चात पदस्थापना की जाएगि 03/11 /2022को काउंसलिंग रखी गई थी जिस एसडीएम नेतृत्व में टीम के द्वारा काउंसलिंग किया जाना था उच्चअधिकारियों के निर्देश पर दिव्यांग एव महिला वर्ग को प्राथमिकता देते हुए सर्वप्रथम काउंसलिंग पश्चात इनकी पदस्थापन की गई थी जिसे देर रात निरस्त कर दिया

वहीं इस काउंसलिंग में आए दिव्यांग एव शारीरिक रूप से अशक्त महिलाओं के बारे में भी नहीं सोचा गया बहुत से महिलाएं जो स्कूटी भी नहीं चला पाती हैं इस काउंसलिंग में पहुंची थी अधिकारियों ने अपने समक्ष इनका काउंसलिंग किया था फिर ऐसी क्या बात हो गई की पदस्थापना आदेश को निरस्त करना पड़ा यदि एक सोचने वाला विषय है बार-बार स्थापना को लेकर इस तरीके की बात आना लाजमी नहीं है इससे दिव्यांग एवं महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है

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