नई दिल्ली / एक दिन पूर्व ही झूठे व मनगढ़ंत आरोप से बलरामपुर के युवाओं का हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत होना , और आज ही बलरामपुर जनपद पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव का ध्वस्त होना। जबकि इन दोनों मामलों में विधायक बृहस्पति सिंह की प्रत्यक्ष भूमिका रहने के बावजूद सत्ता का बल जनबल के आगे बुरे तरीके से पराजित हुवा ।इस पर इस पराजय को राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने विधायक की शर्मनाक पराजय निरोपित किया है ।
आज नई दिल्ली से प्रेस को जारी अपने वक्तव्य में राज्यसभा सांसद एवं पुर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम ने कहा है कि प्रदेश की सत्तासीन कांग्रेस के साथ विधायक बृहस्पति सिंह की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है । सांसद नेताम ने आगे कहा है कि जैसा कि सर्वविदित है कि कुछ महीने पूर्व ही विधायक ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बलरामपुर के नगरीय जनप्रतिनिधि के साथ कुछ युवा नेताओं को झूठे व मनगढ़ंत आरोप लगाकर मुकदमे में फंसाकर मानसिक व पारिवारिक यातनाएं दी है , फलस्वरुप कल ही हाईकोर्ट से सभी युवा नेताओं की अग्रिम जमानत हुई है । जो इस बात को प्रदर्शित करता है कि सत्य परेशान हो सकता है , पराजित नही ।
कांग्रेस की सरकार में जिसप्रकार कूटरचना कर बेवजह युवाओ को निशाना बनाया जा रहा है, जिसके सरगना के रूप में विधायक सदैव विदयमान रहते है ।
ऐसे विधायक को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए । इतना ही नही आज बलरामपुर जनपद पंचायत में बेवजह अविश्वास प्रस्ताव ला कर भाजपा शाषित जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को , विधायक स्वंम उपस्थित होकर अपदस्थ करने का कुत्सित प्रयास किया है । इसके बाद भी विधायक व उनके साथियों को करारी पराजय का सामना करना पड़ा है ।
इस प्रकार भाजपा अपने अच्छे कर्मों के कारण पुनः जीत हासिल की है ।वास्तव यह जीत भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आम जनता की जीत है । सांसद नेताम ने पुनः मांग करते हुए कहा है कि विधायक तत्काल कुर्सी छोड़े , वरना जनता आने वाले चुनाव में किसी लायक भी नही छोड़ेगी ।