विजयदशमी के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन श्रद्धालुओं के आँखों मे आय आँसू
बलरामपुर जिले मेंए विजयदशमी के दिन 9 दिनों तक विराजित सभी पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है विभिन्न पंडालों में विराजित मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए लोगों का उमड़ा जनसैलाब ।
आखिरी दर्शन करने एवं विदाई देने के लिए महिला श्रद्धालु पुरुष श्रद्धालुओं में एक अजीब सी होड़ दिखी वहीं मां की प्रतिमा को बार-बार लोग ने निहार कर माता को विदाई दे रहे थे कई श्रद्धालुओं के आंखों से आंसू भी निकले आए 9 दिनों तक जिस माता की लोग पूरे धूमधाम एवं निष्ठा एवं सम्मान पूर्वक पूजा अर्चना कर रहे थे आज वह मां की प्रतिमा सभी को छोड़कर विसर्जित होने जा रहे थी कहा जाता है नवरात्रि मैं 9 दिनों तक मां अपनी मायका का आती है ।
इसी दौरान 9 दिनों तक मां की पूरे धूमधाम एवं श्रद्धापूर्वक श्रद्धालु अपनी निष्ठा एवं शक्ति के अनुसार पूजा अर्चना करते हैं और 10 दिन पूरे धूमधाम के साथ माता को विदाई दी जाती है भक्तों के चेहरे साफ दुःख झलक रहा था माता को विदाई देते समय उनकी आंखों में आंसू साफ दिख रहा था।
माता की प्रतिमा भी ऐसी लग रही थी जैसे अभी रो पड़ेंगे माता की आंखों से भी आंसू निकले जैसी प्रतिमाओं के साथ ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे विदाई के समय जैसे पुत्री की विदाई के समय लोगों के आंख गिले हो जाते हैं वैसे ही श्रद्धालुओं की भी आंखों में आंसू आ गए थे वहीं दूसरी और प्रतिमा का भी ऐसा ही हाल था कहीं श्रद्धालु मां प्रतिमा ऐसा प्रतीत हो रहे थे जैसे पुत्र और मां बिछड़ रहे हो ऐसा प्रतीत हो रहा था ।
श्रद्धालुओं ने अपने ह्रदय को धडस बंधकर माता की प्रतिमा को श्रद्धा पूर्वक विदाई दी विभिन्न पंडालों में विराजित मां दुर्गा की प्रतिमा एक अपनी ही अलग छवि दिख रही थी मां दुर्गा की प्रतिमा के आगे श्रद्धालु नृत्य एवं पौराणिक विधि विधान से माता को विदाई दे रहे थे पुलिस प्रशासन भी दुरुस्त दिखी किसी भी प्रकार कि असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए तत्पर रहें इस बार के विसर्जन में डीजे साउंड पर पूर्ण प्रतिबंध एवं डीजे साउंड की एक निश्चित साउंड रखी गई जिससे गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भी राहत दी गई वहीं कई पंडालों ने परंपरागत ध्वनि यंत्रों का भी प्रयोग किया ढोल नगाड़ा जैसे यंत्रों का प्रयोग किस बात पंडाल आयोजकों ने किया है जो अलग ही समा बांध रहा है