राजपुर-छत्तीसगढ़ में आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश को चार नए जिलों की सौगात मिली है जिले बनने से जहां एक तरफ खुशियां है वही कई इलाकों में लोग दुखी भी हैं और उपेक्षित महसूस कर रहे हैं बलरामपुर जिले के सामरी को जिला नहीं बनाए जाने से कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उपेक्षा का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि अगर नक्सली हमला नहीं हुआ होता तो आज सामरी जिला बन गया होता।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में स्वर्गीय नंदकुमार पटेल ने राजपुर में सभा को संबोधित करते हुए सामरी को जिला बनाए जाने की घोषणा की थी और उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार बनती है तो सामरी को जिला बनाया जाएगा। आज कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में 4 नए जिले अस्तित्व में आए लेकिन सामरी को जिला नहीं बनाया गया है ऐसे में न सिर्फ पक्ष बल्कि विपक्ष भी बेहद दुखी है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्रवासियों को काफी उम्मीद थी लेकिन उनके साथ उपेक्षा किया गया है उन्होंने कहा कि अगर उस समय नक्सली हमला नहीं हुआ होता और आज नंदकुमार पटेल जिंदा होते और सामरी जिला बन गया होता।
सामरी को जिला नहीं बनाए जाने से भाजपाई भी बेहद दुखी हैं जिला व्यापारी प्रकोष्ठ के भाजपा के संयोजक प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस अपने वादे से मुकर गई है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने आदर्श कहे जाने वाले नंदकुमार पटेल की घोषणा को भी भुला दिया है इससे सभी दुखी हैं।