राजपुर। व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित अधिवक्ता कक्ष में व्यवहार न्यायाधीश सुश्री आकांक्षा बेक ने कहा की कोरोनावायरस को लेकर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा न्यायालयों में कामकाज की सीमा तय कर दिए जाने से न्यायालय में लगातार लंबित मामलों की संख्या बढ़ रही है। लंबित मामलों के तेजी से निपटारे के लिए लोक अदालत के माध्यम से मामले के निपटारे के लिए प्रयास आवश्यक हैं और इसमें अधिवक्ता गणों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
आगामी माह में लोक अदालत 12 मार्च को आयोजित होगी। लोक अदालत के माध्यम से पक्षकारों को प्रेरित करके मामले के अभियोगियों से संपर्क बनाकर समझाइश देकर समझौता योग्य मामलों का निराकरण करा सकते है इसलिए सभी अधिवक्तागण जिन मामलों में राजीनामा संभव है। आगामी 12 मार्च को होने वाले लोक अदालत में राजीनामा कराने हेतु हर संभव प्रयास करें।
इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जयगोपाल अग्रवाल,सचिव सुनील सिंह,उमेश झा,विपिन जयसवाल,जितेंद्र गुप्ता,लालमोहन दास, अशोक बेक,संजय पांडेय,रामनारायण जयसवाल,सुनील चौबे,वीरेंद्र जायसवाल,अजीत तिग्गा, व अन्य अधिवक्ता गण उपस्थित थे।