रामानुजगंज: हांथ में टार्च और डंडा थामे मुंह से सीटी बजाते हुए नेपाली चौकीदार दिलबहादुर आधी रात को शहर की सड़कों पर जागकर सुरक्षा करते हैं यहां के दुकानदार और व्यापारी अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं.
नेपाली चौकीदार दिलबहादूर नेपाल के सुरखेत जिले के रहने वाले हैं पिछले 8 महीने से रामानुजगंज में रह रहे हैं रात भर घूमकर शहर की चौकीदारी करते हैं दुकानदारों से जो थोड़े बहुत पैसे मिलते हैं इसी से अपना गुजारा करते हैं.
शहर की सड़कों पर रातभर जागकर करते हैं चौकीदारी
नेपाली चौकीदार दिलबहादुर रामानुजगंज की सड़कों पर रातभर जागकर चौकीदारी करते हैं सीटी बजाते हैं तो कभी डंडा जमीन पर पीटते हैं.थोडी़ सी भी खटपट की आवाज सुनते ही चौकन्ने रहते हैं जिससे इन दिनों चोरी की घटनाओं में भी कमी आई है. रात को गलियों में सीटी की आवाज गुंजती है इससे चौकीदार के होने का आभास होता है.
व्यापारियों की मदद से कर रहे गुजारा
रामानुजगंज के स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों का कहना है कि नेपाली चौकीदार दिलबहादुर के द्वारा रातभर दुकानों की रखवाली किया जाता है जिससे यहां के व्यापारी बेफिक्र होकर रात को सोते हैं इसलिए स्वेच्छा से दिलबहादुर को पैसे देकर सहयोग करते हैं. दुकानों से जो पैसे मिलते हैं उसी में अपना गुजारा करते हैं.
रोजगार की तलाश में आए नेपाल से
नेपाली चौकीदार दिलबहादुर रोजगार की तलाश में नेपाल से भारत आए थे भाई पहले से ही रामानुजगंज में रहते थे यहां मसाला चाय बेचकर अपना पेट पालते हैं दिलबहादुर अपने भाई के कहने पर ही यहां आए अब यहां उनका मन लग गया है. थोड़े बहुत पैसे बचाकर अपने घर परिवार के लिए भी भेजते हैं.