पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यशैली एक बार विवादों में है। ठेकेदारों ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये के कार्यों के लिए निविदा प्रपत्र नहीं देने का आरोप विभाग पर लगाया है। इस संबंध में जब कार्यपालन अभियंता व्हीएस एक्का का पक्ष लेने की कोशिश कार्यालय पहुच पत्रकारों ने की तो उन्होंने मिलने से इन्कार कर दिया। लोक निर्माण विभाग के कार्यशैली को लेकर नाराज ठेकेदार इसकी शिकायत मुख्यमंत्री एवं विभाग के मंत्री और प्रभारी मंत्री सहित उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी में है। कार्यालय कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज में पदस्थ कार्यपालन अभियंता अपनी पदस्थापना के बाद से ही विवादों के घेरे में हैं। इनकी कार्यशैली को लेकर कई बार ठेकेदारों ने आवाज उठाई है।
ठेकेदार इस कार्यालय में तालाबंदी कर नारेबाजी भी कर चुके हैं। इसकी शिकायत थाने एवं उच्च अधिकारियों से करने के बाद भी विभाग की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ है। पुनः कार्यपालन अभियंता के विवादित कार्यशैली को लेकर इनमें गहरी नाराजगी है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को बड़ी संख्या में ठेकेदार निविदा प्रपत्र लेने कार्यपालन अभियंता के कार्यालय पहुंचे थे। करीब नौ कार्यों का डेढ़ करोड़ का निविदा निकला है, परंतु विभागीय अधिकारियोंकर्मचारियों की सेटिंग के कारण निविदा प्रपत्र ठेकेदारों को नहीं दिया गया, इसके बाद ठेकेदारों ने उच्च अधिकारियों को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी। रामानुजगंज एसडीएम को भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी की मनमानी से अवगत कराया गया। ठेकेदार अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री व विभाग के मंत्री, उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी में हैं। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को ठेकेदार सुरेश कुमार गुप्ता, संतोष कुमार
अग्रवाल, प्रियंका द्विवेदी, विकास तिवारी सहित अन्य ठेकेदारों के ज्ञापन सौंप निविदा प्रपत्र प्रदान करने कहा है। कांग्रेस नेता विकास दुबे ने कहा कि कार्यपालन अभियंता के कार्यशैली की शिकायत क्षेत्रीय विधायक, मुख्यमंत्री एवं विभाग से मंत्री से की जाएगी। कार्यपालन अभियंता के द्वारा लगातार शासन प्रशासन की छवि धूमिल की जा रही है ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जायेगा