छत्तीसगढ़बलरामपुर

पुलिस ने लापता महिला को तलाशकर दिया मानवता का परिचय,,,पारिवारिक विवाद सुलझाते हुए घर टूटने से बचाया…

कुसमी। जिले के नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक महोदय बलरामपुर लाल उमेद सिंह के द्वारा सभी थाना एवं चौकी प्रभारियों को महिला संबंधी अपराध, शिकायत एवं गुम इंसान के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है। जिसके परिपालन में थाना कोरंधा में दिनांक 05.06.23 को प्रार्थी हबील लकड़ा पिता सैहुन लकड़ा उम्र 27 साल निवासी ग्राम धनेशपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि, इसकी पत्नी सुभद्रा लकड़ा इसके 10 माह के बेटे अंकुश लकड़ा के साथ लापता हो गई है।जिस पर थाना प्रभारी कोरंधा देवेन्द्र सिंह टेकाम ने गुम इंसान कायम कर एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी को प्रकरण से अवगत कराया।

सरहदी इलाके से एक आदिवासी युवती के लापता होने के संवेदनशीलता को देखते हुये एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी ने प्र.आर. अमोल कश्यप, आर. शंकर सोनी, म.आर. रत्नी टोप्पो की टीम गठित कर गुमशुदा महिला ने रिश्तेदारो, परिचितों के यहां पूछताछ कर पतासाजी करने हेतु निर्देशित किया था। उक्त टीम ने तत्परता से कार्यवाही कर 10 जून को लापता महिला सुभद्रा लकड़ा एवं उसके 10 माह के बेटे अंकुश लकड़ा को बरामद करने में सफलता प्राप्त की। गुम महिला से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मेरा पति मुझसे वाद-विवाद करता था, जो मुझे बेहद खराब लगा, इसलिये मैं उसे छोड़कर अपने बच्चे के साथ कही और रहना चाहती हूँ।मामले की संवेदनशीलता एवं पारिवारिक विवाद को देखते हुये,एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी ने गुम महिला सुभद्रा, उसके पति हबील एवं उनके परिजनों को बुलाकर कांउसलिंग कराया। परिजनों के समझाने-बुझाने पर पति हबील लकड़ा ने अपनी पत्नी से माफी मांगते हुये उसे भविष्य में किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं करूंगा, उसे अच्छे से रखूंगा कहकर अपना लिया। इस प्रकार पुलिस की समझदारी से एक पारिवारिक विवाद को सहजता से सुलझाकर गुम इंसान बरामद करने में सफलता मिली है। एसडीओपी कुसमी ने दोनो पति-पत्नी को मिठाई खिलाकर अच्छे से दाम्पत्य जीवन जीने का हिदायत देकर रुखसत किया।

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