बलरामपुरवाड्रफनगर

प्रेमिका, पत्नी और बेटी की हत्या कर था फरार अब गया न्यायिक रिमांड में जेल

बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर रघुनाथनगर थाने क्षेत्र में एक आरोपी ने अपनी प्रेमिका, पत्नी और बेटी की हत्या कर दी. आरोपी ने वाड्रफनगर में प्रेमिका, पत्नी गायत्री वर्मा और 2 वर्षीय मासूम बच्ची की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी थी. शव को घर में बंद कर फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है.

घटना की जानकारी लगते ही रघुनाथ नगर पुलिस ने धारा 302,201, थाना बसंतपुर में 302,201 कायम कर विवेचना में लिया था, जहां पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने टीम गठित की, छत्रपति वर्मा को गिरफ्तार करने के लिए टीम को दूसरे राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तराखंड ब रवाना किया था.

पुलिस ने लगभग 106 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी छत्रपति वर्मा को मध्यप्रदेश के मंडला से गिरफ्तार किया है. जहां आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया. खुद आरोपी छत्रपति वर्मा ने पुलिस अधीक्षक से बात करते हुए बताया कि हत्या का पाप धोने के लिए उसने भारत देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण किया, गंगा स्नान किया.

इसी बीच उसकी मुलाकात एक महिला से हुई, जो मध्यप्रदेश मंडला की रहने वाली थी. वह तीर्थ करने वहां गई हुई थी. उसे वह अपने सभी राज छुपाकर उसकी सेवा करने लगा. उसे भी तीर्थ कराने लगा और वापस उसी महिला के साथ उसके घर लौट गया. वहीं पनाह लेकर खुद उनके साथ रहने लगा.

आरोपी ने यह बताया कि जिनके यहां वह रह रहा था उनके लड़के की मृत्यु हो गई थी. आरोपी को ही उक्त पूरा परिवार पुत्र मान चुके थे. आरोपी ने वहां अपनी सगाई भी कर ली थी. जमीन के लिए एग्रीमेंट भी कर लिया था. आरोपी ने जानकारी देते हुए बताया कि जब वह घटना को अंजाम देकर यहां से भगा तो अपने साथ 3.5 लाख पचास हजार रुपये भी रखा हुआ था. खरगोन में जाकर कपड़े का दुकान कर जीवन यापन भी करने लगा था.

पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बताया कि आरोपी पूर्व में कम्प्यूटर का जानकर रहा है. उसे पूरे साइबर क्राइम की जानकारी थी. काफी दिनों तक पुलिस को गुमराह करते हुए परेशान करके रखा हुआ था. आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा और उसे न्यायिक रिमांड में भेजा गया.

पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई पर पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम को 5000 का इनाम दिया है. इस पूरी कार्रवाई में रघुनाथनगर थाना प्रभारी कृष्णा पाटले, उपनिरीक्षक विनोद पासवान, राजकिशोर पैकरा, प्रदीप शाना, मंगल सिंह, अमित निकुंज, संजय जायसवाल, अंकित जयसवाल, शिव पटेल, आकाश तिवारी, पुलिस कर्मियों का प्रमुख योगदान रहा.

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