बलरामपुर कोतवाली में यूनिसेफ एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली की जानकारी एवं खेलकूद कराया गया
यूनिसेफ द्वारा 14 से 20 नवंबर तक विश्व बाल दिवस के अवसर पर निर्धारित एक सप्ताह कार्यक्रम अंतर्गत बलरामपुर जिले के कोतवाली मे स्कूली छात्र छात्राओं को कोतवाली थाने में लाकर उन्हें पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को समझाया गया आपात स्थिति में किस तरीके के हथियार एवं कैसे इसका रोकथाम किया जाता है उसके बारे में भी छात्र छात्राओं को विस्तृत रूप से जानकारी थाना प्रभारी एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी के द्वारा बताया गया वहीं थाने के इतिहास से जुड़ी जानकारी थाने के क्षेत्र क्या-क्या अधिकार है और किन-किन अपराधों के लिए क्या धाराएं हैं उन्हें यह जानकारी बताया गया बच्चों को बाल हितेषी कच्छ दिखाया गया बच्चों से जुड़े किताबें एवं खेल सामग्री भी उन्हें दिखाई गई वही बच्चों के मानसिक शारीरिक विकास में उपयोग होने वाली किताबें समय दिखाया गया बच्चों के लिए किस तरीके से पुलिस काम करती है उसकी भी जानकारी बच्चों को दी गई वहीं महिला डैक्स,शिकायत कच्छ विवेचना कच्छ, थाना प्रभारी कच्छ माल खाने के अंदर रखी हथियार एवं उसकी जानकारी बच्चों को दिया गया और उसके बारे में अवगत कराया गया । पुलिस विभाग में क्या-क्या रैंक होता है क्रमशः उनको जानकारी दी गई
बाल हितैषी ग्राम पंचायत की परिकल्पना ले गांवों के घरों को नीले कलर से पोत कर गो ब्लू मुहिम के तहत चाईल्ड फ्रेंडली बनाने के साथ ग्राम पंचायतों में बाल पंचायत का आयोजन भी कराया जा की अपील जनप्रतिनिधियों से की गई है
20 नवंबर को किड्स टेक ओवर का कार्यक्रम भी निर्धारित है, जिसके तहत बच्चों को एक दिन के लिए किसी अधिकारी अथवा जनप्रतिनिधि के स्थान पर उसके पद के अनुरूप व्यवस्था देकर बच्चे के मन में उस पद पर जाकर क्या कार्य करने की इच्छा अथवा उसका सपना है इसे देखा जाएगा।
यूनिसेफ द्वारा निर्धारित बाल ओलंपिक के तहत विभिन्न परंपरागत खेल एवं अन्य प्रचलित खेलों का आयोजन किया जा रहा है। बच्चे इस साप्ताहिक आयोजन के तहत बड़े अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का इंटरव्यू के रूप में जानकारी ले रहे हैं