कोरिया। भगवान महावीर जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर जी का जन्मोत्सव सकल दिगंबर जैन समाज मनेन्द्रगढ़ द्वारा धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शहर में समाज के लोगों द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो कि प्रमुख चौक चौराहों से होते हुवे अहिंसा भवन पहुंची जहां विधि विधान से पूजा अर्चना किया गया। बताया जाता है कि भगवान महावीर का जन्म वैशाली के समीप कुंड ग्राम में राजा सिद्धांत तथा रानी त्रिशला के घर में बालक के रूप में हुआ। जैन धर्म के लोग महावीर जन्मोत्सव श्रद्धा भक्ति से मनाते हैं। भगवान महावीर ने हमेशा जियो और जीने दो का संदेश दिया, उन्होंने कहा, मनुष्य जन्म से नहीं धर्म से महान होता है।
कहा जाता है कि भगवान महावीर ने साधना हेतु राजपाट छोड़ दिया था। भगवान महावीर ने कहा था कि अहिंसा परमो धर्म और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना बहुत ही जरूरी है। महावीर सामाजिक क्रांति के शिखर पुरुष थे। महावीर ने समानता मुल्क समाज का उपदेश दिया। महावीर स्वामी के जीवन में अहिंसा, करुणा, दया आदि का खास स्थान था।
महावीर जयंती के उपलक्ष में भव्य शोभायात्रा प्रातः 9:00 बजे शांतिनाथ जिनालय से नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए अहिंसा भवन पर पहुंची । शोभा यात्रा का स्वागत विभिन्न स्थानों पर किया गया इस दौरान जैन अनुयाई के साथ-साथ अन्य धर्मों के लोगों ने भी शोभा यात्रा का स्वागत किया एवं भगवान महावीर स्वामी की मूर्ति की आरती की । इस दौरान समस्त जैन समाज मनेंद्रगढ़ उपस्थित रही।
वहीं कार्यक्रम के दौरान मनेन्द्रगढ़ स्थित अहिंसा भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जहां मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल को “विकासदूत” का नाम देकर समाज के महिला एवं पुरुष वर्ग के लोगों ने शॉल श्रीफल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।