कुसमी/दुर्गेश गुप्ता। महिला बाल विकास विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 में 34 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 07 मिनी कार्यकर्ता व 150 सहायिका भर्ती प्रकिया में अफसरों की मनमानी व धाँधली चल रही है। भर्ती में अधिकारियों द्वारा अनियमितता और गड़बड़ी को लेकर रोज विवाद की स्थिति की निर्मित हो रही है। शासन द्वारा जारी नियमों को दरकिनार कर भर्ती में भर्राशाही और नियमों को दरकिनार कर अनियमितता और अपात्र हितग्राहियों से भर्ती के नाम पर वसूली करने का आरोप भी लगाया जा रहा है। वही जनदर्शन में बलरामपुर कलेक्टर को शिकायत कर जाँच की माँग की है।
महिला बाल विकास विभाग द्वारा 2020-21 में 34 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 07 मिनी कार्यकर्ता व 150 सहायिका भर्ती के लिए आवेदन मँगाया गया। वित्त विभाग से रोक के बाद करीब 22 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 05 मिनी कार्यकर्ता व 81 सहायिका भर्ती प्रक्रिया में अधिकारी-कर्मचारी जानबूझकर गड़बड़ी कर रहे है। भर्ती के तहत सरकार द्वारा जारी किए गाइडलाइन और नियमों को ताक में रखकर परियोजना अधिकारी द्वारा चयन समिति को गुमराह करके नियम विरुद्ध भर्ती कर दी गई है। चयन में पात्र हितग्राहियों को छोड़कर प्रावीण्ता: सूची में तीसरे-चौथे नंबर के अपात्रो से भर्ती के नाम पर भारी-भरकम राशि की उगाही की जा रही है। प्रावीण्य सूची में पहले या दूसरे स्थान में पात्र हितग्राहियों को प्राथमिकता न देकर अधिकारियों द्वारा अन्य को नियुक्ति किया जाना गड़बड़ी को उजाकर कर रहा है।
अंधेरे में रखकर की गई नियुक्ति :-
गोपनीय तरीक़े से चयन समिति सदस्यों को अंधेरे में रखकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओ की नियुक्ति परियोजना अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध कर दी गई है। चयन समिति के जनपद सदस्य ललिता नगेशिया ने परियोजना अधिकारी पर समिति के सदस्यों को गुमराह कर गोपनीय तरीक़े से भर्ती करने व सभापति सहित चार जनपद सदस्यों को निश्चित राशि देने पर भी आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत बलरामपुर कलेक्टर से कर नियुक्ति प्रक्रिया रद्द करने की माँग की गई है। जनपद सदस्यों को राशि लेन-देन का वाइस रिकार्डिंग खबर30 के पास मौजूद है।
कार्यालय के आपटेटर की भूमिका भी संदिग्ध :-
महिला बाल विकास विभाग के कम्प्यूटर आपरेटर पर भी राशि देन-देन का आरोप हितग्राहियों ने लगाया है। विभाग द्वारा नियुक्ति के नाम पर भारीभरकम राशि की उगाही की गई है। वही नियुक्ति आदेश में छोटे-छोटे रूप में धीरे-धीरे करके जारी किया गया है, ताकि किसी को भनक न लगे। मामले में परियोजना अधिकारी फूलेसिया कुजुर को फोन लगाया गया परंतु उन्होंने रिसिव नही किया।
केस नं. 1 – ग्राम पंचायत भुलसीकला के तेतरटोली आँगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पद पर परियोजना अधिकारी द्वारा पहले-दूसरे को छोड़कर प्रावीण्य सूची के तीसरे नंबर स्थान पर बनेरीता टोप्पो की नियम विरुद्ध नियुक्ति कर दी गई है। जबकि इस पद के लिए प्रावीण्ता: सूची में पहले स्थान में किरण पात्र थी।
केस नं. 2 – ग्राम पंचायत राजेंद्रपुर के सरनापारा में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए रिक्त पद लिए प्रावीण्ता: सूची में पहले स्थान पर संगीता नगेशिया थी। संगीता पहले से ही ग्राम पंचायत चुनचुना में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर कार्यरत थी। दूसरे स्थान पर सुनिता यादव के जगह तीसरे नंबर पर इंद्रमणी नगेशिया की नियुक्ति कर दी गई है।
केस नं. 3 – ग्राम पंचायत दात्रम के भण्डारडीपा में सहायिका भर्ती पद पर अलमा तिर्की की नियुक्ति किया गया है। परंतु अलमा तिर्की को नियुक्ति आदेश के लिए परियोजना अधिकारी द्वारा बार-बार टालमटोल व घुमाया जा रहा है। जबकि दूसरे ग्राम पंचायतो में सहायिका ज्वानिंग कर चुकी है।
केस नं. 4 – ग्राम पंचायत अमरपुर के भूझरिया में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए रिक्त पद लिए मेरिट सूची में पहला स्थान में ग्राम भुलसीकला सुषमा तिग्गा थी, सुषमा अन्य ग्राम होने के कारण दूसरे नंबर में सावित्री पैकरा पात्र हितग्राही थी। परंतु कार्यालय से चौथे नंबर किरण नागवंशी की नियुक्ति नियम विरुद्ध की गई है।
गड़बड़ी होगी तो जाँच कराएँगे :-जेआर प्रधान, डीपीओ बलरामपुर
पूरी चयन प्रक्रिया परियोजना कार्यालय से ही होती है। अगर गड़बड़ी होगी तो जाँच कराएँगे। राशि वसूली की मुझे कोई जानकारी नही है। सीडीपीओ से ही पूछिए।