बलरामपुर। जिले के ऐतिहासिक स्थल तातापानी में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव का आज रंगारंग समापन हुआ। महोत्सव का समापन समारोह संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य तथा सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पत सिंह की अध्यक्षता एवं संसदीय सचिव चिंतामणी महाराज की विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ।
समापन अवसर के मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि आज तातापानी महोत्सव उत्तर छ्त्तीसगढ़ के आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि हर समाज को अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए, तभी समाज आगे बढ़ेगा और इससे परंपराएं भी आगे बढ़ेंगी। श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पूरी आत्मीयता के साथ छत्तीसगढ़ की परंपरा को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है और इसके लिए वो बधाई के पात्र हैं। श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्थानीय पर्व और त्यौहारों के महत्व को समझा है और इसके लिए शासकीय अवकाशों की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्री होने के नाते मैं भी मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए दायित्व को पूरा करने की कोशिश करता हूं। श्री भगत ने कहा कि जब विदेश से लोगों के फोन आते हैं और विदेशों में भी लोग छत्तीसगढ़ के त्यौहारों का आयोजन करते हैं तो छत्तीसगढ़ की संस्कृति की ऐतिहासिकता का पता चलता है।
अमरजीत भगत ने कहा कि सांस्कृतिक आय़ोजन की ये ताकत है कि वो सिर्फ प्यार और सम्मान बिखेरता है। उन्होंने कहा कि तातापानी ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध है और ये अपनी व्यापकता को और बड़ा करता जा रहा है। श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपनी परंपराओं एवं संस्कृति के कारण और भी ऊंचाइयों की ओर बढ़े, इसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखते हैं और कोविड संकट के समय जिस तरह से प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को राशन मिला और लोगों को रोजगार मिला वो पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। श्री भगत ने छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों से कहा कि आज पूरे देश में छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा हो रही है और पूरे देश में सबसे कम बेरोजगारी दर हमारी बड़ी उपलब्धि है।
सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक बृहस्पत सिंह ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिला अब धीरे-धीरे विकास की तरफ अग्रसर है, मुख्यमंत्री ने इस जिले को कई सौगातें दी हैं और आगे भी विकास का ये क्रम जारी करेगा। श्री सिंह ने कहा कि तातापानी महोत्सव के महत्व को देखते हुए अब इसे तीन दिन की बजाए सात दिन का महोत्सव घोषित कर देना चाहिए।
संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक चिंतामणी महाराज ने महोत्सव के समापन के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि हमारी कुछ परंपराएं एवं तीज त्यौहार ऐसे थे जिन्हें हम भूल रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ की परंपराओं को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया है, जिसके लिए पूरा प्रदेश उनका आभारी है। चिंतामणि महाराज ने कहा है कि इस आय़ोजन को सफल बनाने में संस्कृति विभाग और मंत्री अमरजीत भगत का भी बहुत योगदान है जिनके लिए वो बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, तेलघानी बोर्ड के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता, छत्तीसगढ़ हज कमेटी के सदस्य इरफान सिद्दिकी समेत अन्य जनप्रतिनिधी, कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील समेत अधिकारी, गणमान्य नागरिक भारी संख्या में आमजन उपस्थित थे।