रामानुजगंज जिला जेल में आज 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें जेल में कैद बंदियों को विधिक साक्षरता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई.
गौरवशाली इतिहास को याद करने का दिन है 15 अगस्त
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी ने बंदियों से कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने से यहां के लोगों, संस्कृति एवं उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और इसका जश्न मनाने के लिए सरकार के द्वारा पहल किया गया है यह महोत्सव भारत की आम जनता को समर्पित है.
कैदियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं
न्यायाधीश ने कैदियों से कहा कि आजादी का मतलब वही इंसान समझ सकता है जो कभी कैद रहा हो, उन्होंने कहा कि कैदियों में कला एवं प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन अवसर नहीं मिलने के कारण प्रतिभा दब गई है.
कार्यक्रम में जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता गण भी मौजूद रहे.