न्यूजडेस्क बलरामपुर-बलरामपुर जिले के रामानुजगंज तहसील में धान खरीदी का मामला उजागर होने और प्रभारी तहसीलदार के निलंबन के बाद पटवारी संघ लामबंद हो गया है।पटवारियों ने आज कलम बंद हड़ताल कर दिया है।बता दे कि धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले में जांच के बाद 12 पटवारी ,6 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी व 6 खरीदी प्रभारी,6 कम्प्यूटर ऑपरेटर,3 प्रबन्धको को दोषी पाया गया है..और जांच अधिकारियों के द्वारा इन सभी कर्मचारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की अनुशंसा की गई है।वही जांच टीम की अनुशंसा सामने आने के बाद पटवारी अपने -आप को निर्दोष साबित करने में लगे हुए है।
क्या है मामला-दरअसल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रदेश में 4 फरवरी को खत्म हो गई है।जिसके बाद रामानुजगंज तहसील के लगभग आधा दर्जन धान खरीदी केंद्रों में दूसरे मद की जमीन से धान खरीदी किये जाने का मामला उजागर हुआ था।जिस पर स्थानीय प्रशासन ने तीन अलग-अलग टीम बनाकर जांच करवाई थी,और जनक टीमो ने यह पाया था कि धान खरीदी में लगभग साढ़े तीन करोड़ की राजस्व की हानि शासन को हुई है।जिसके बाद कलेक्टर ने रामनुजगंज के प्रभारी तहसीलदार रहे विष्णु गुप्ता पर कार्यवाही करने की अनुशंसा कमिश्नर से की थी,और कमिश्नर ने प्रभारी तहसीलदार को निलंबित कर दिया है,यही नही जांच टीम ने खरीदी में गड़बड़ी का मुख्य सूत्रधार पटवारियों,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों, खरीदी प्रभारी,कम्प्यूटर ऑपरेटर,प्रबन्धको को माना था,और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सम्बन्धितों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुशंसा की है।वही पटवारियों की मांग है कि मामले की जांच दोबारा कराई जानी चाहिए,जो भी गड़बड़ियां उजागर हुई है वह तहसीलदार की डिजिटल आईडी से की गई है।पटवारियों का कहना है कि अगर उनकी मांग नही मानी गई तो संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा कर आगे रणनीति बनाई जाएगी।