जेल में 400 विचाराधीन कैदियों के हाथों पर बांधा रक्षा सूत्र बहनों और भाइयों के आंखों से छलका पानी
बलरामपुर जिले की जिला जेल में इस वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर एक विशेष और हृदयस्पर्शी आयोजन किया गया, जिसमें 400 विचाराधीन कैदियों को शामिल किया गया। छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन के निर्देशों के तहत, जेल प्रशासन ने इन कैदियों की बहनों को आमंत्रित किया, ताकि वे अपने भाइयों को राखी बांध सकें। यह आयोजन कोरोना महामारी के बाद पहली बार किया गया, जिसने सभी के बीच एक खास उत्साह और खुशी का माहौल बना दिया।
जेल प्रशासन ने इस अवसर पर बहनों के स्वागत और उनके आराम के लिए विशेष इंतजाम किए थे। राखी बांधने के लिए आवश्यक सामग्रियों की भी समुचित व्यवस्था की गई थी। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी और उनसे उनकी सुरक्षा का वचन लिया। इस भावुक पल ने सभी के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी, और कुछ स्थानों पर भाई-बहन की आंखों से खुशी के आंसू भी छलक पड़े।
इस आयोजन के बाद, बहनों ने छत्तीसगढ़ सरकार, जिला प्रशासन और जेल प्रशासन का तहे दिल से धन्यवाद किया। उनके लिए यह आयोजन न केवल रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने का अवसर था, बल्कि एक ऐसा अनमोल तोहफा था जिसने उनके और उनके भाइयों के बीच की भावनात्मक दूरियों को पाट दिया। इस पहल ने जेल के भीतर एक सकारात्मक और सुकूनभरा माहौल तैयार किया, जिसने सभी के दिलों में खुशी और संतोष का भाव उत्पन्न किया।