रिपोर्टर नरेंद्र मिश्रा वाड्रफनगर
वाड्रफनगर इन दिनों जिले में बरसात नहीं होने से किसानों की चिंताएं बढ़ी हुई हैं बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के कई क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से धान की फसल मरने के कगार पर आ गई है जिसको लेकर पूर्व मान्यता के अनुसार किसानों के द्वारा ग्राम पंचायत कोल्हुआ से बैगा, पटेल, की अगुवाई में मेंढक विवाह के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण ग्राम पंचायत पेंडारी पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नाचते गाते पहुंचे जहां उपस्थित पेंडारी के ग्रामवासियों के द्वारा मेंढकी की विवाह की अगुवानी की गई।
आदिवासी समाज में परंपरा मान्यताओं पर है आधारित।
आदिवासी समुदाय के लोगों के द्वारा समाज मुखिया के मार्गदर्शन में परंपरा अनुसार मेंढक व मेंढकी की विवाह कराया गया साथ ही यह विश्वास जताया गया कि मेंढक- मेंढकी के विवाह होने से निश्चित रूप से बारिश होगी एवं हमारी फसलों में फिर से जान आ जाएगी और फसल मरने से बच जाएगी वहीं सरकार की माने तो लगातार किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए जल संसाधन विभाग के साथ-साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में लगा हुआ है फिर भी किसानों को प्राकृतिक पर आश्रित रहना पड़ रहा है।
यही कारण है कि 21वीं सदी में भी लोग मेंढक – मेंढकी के विवाह करके बारिश कराने की कल्पना कर रहे हैं ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या किसानों की बारिश की समस्या दूर होगी या कृषि विभाग के द्वारा कोई उचित पहल किया जाता है।