छत्तीसगढ़

90 किमी के पैदल मार्च से क्या बचेगा सेमरसोत अभ्यारण्य???क्या है मनमानी की तस्वीर देखिये वीडियो।

बलरामपुर-जिले के सेमरसोत अभ्यारण के अंदर बांध निर्माण के नाम पर हरे भरे पेड़ों की हो रही अवैध कटाई और जेसीबी मशीन की मदद से पेड़ों को गिराए जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है शुक्रवार को राज सभा सांसद प्रतिनिधि के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण 90 किलोमीटर का पैदल मार्च करेंगे और अंबिकापुर में प्रदर्शन करेंगे। जेसीबी की मदद से कैसे हरे भरे पेड़ों को गिराया जा रहा है देखिए एक्सक्लूसिव खबर।

जेसीबी से गिराया जा रहा है पेड़-सेमरसोत अभ्यारण के अंदर लाखों रुपए की लागत से बांध का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इस बांध के निर्माण में हरे भरे कीमती साल पेड़ों की बलि दी जा रही है। फॉरेस्ट के दरोगा के ऊपर ही इन पेड़ों को जेसीबी की मदद से गिराने का आरोप है। जेसीबी की मदद से पेड़ों को गिराए जाने का वीडियो भी है जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। बांध निर्माण के नाम पर अब तक जेसीबी की मदद से सैकड़ों पेड़ गिरा दिए गए हैं और मजदूर लगाकर अभ्यारण के अंदर पेड़ों के इस तरह कटाई से ग्रामीण बेहद आक्रोशित हैं राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंह देव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर एसपी डीएफओ और अंबिकापुर में बैठे संभाग के अधिकारी सीएफ अनुराग श्रीवास्तव से भी इसकी शिकायत की है। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शुक्रवार को बलरामपुर से अंबिकापुर तक 90 किलोमीटर का पैदल मार्च करेंगे और अंबिकापुर पहुंचने के बाद प्रदर्शन करेंगे।

दातुन तोड़ना भी है मना-अभ्यारण एक ऐसा क्षेत्र होता है जहां दातुन भी तोड़ना मना होता है लेकिन यहां तो जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो तस्वीर कैसी होगी यह आपके सामने है बहर हाल यह देखने वाली बात होगी कि क्या प्रशासन ग्रामीणों के पैदल मार्च का इंतजार करेगी या फिर कार्रवाई के लिए खुद सामने आएंगे।

Related Articles

Back to top button