छत्तीसगढ़सरगुजा

अन्तर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निषेध दिवस पर पथ प्रदर्शक संस्था और काई मुम्बई के संयुक्त तत्वधान में जागरुकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन हुआ संपन्न,,,देखें रिपोर्ट।

सीतापुर/रोशन सोनी_सरगुजा जिले के सीतापुर में आज पथ प्रदर्शक संस्था और काई मुम्बई के संयुक्त तत्वधान में अन्तर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निषेध दिवस पर जागरुकता रैली का आयोजन किया गया,वहीं यह जागरुकता रैली सीतापुर जनपद क्षेत्र के डोटरोगीपारा,सरहापानी व कोयलापानी पेटला पंचायत में किया गया जहां जागरुकता रैली के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के बैनर,पम्पलेट और दप्ती के माध्यम से जागरुकता श्लोगन बोलते हुए टीम द्वारा पूरें गांव का भ्रमण किया गया और भ्रमण के पश्चात पंचायत भवन पेटला में टीम ने सबके साथ अन्तर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निषेध दिवस मनाया है।

वहीं इस कार्यक्रम में उपस्थित पंचायत के सरपंच,पंच और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित किशोरियो का समूह और उनके सदस्य और अन्य बुध्दिजीवियों एवं सहभागियों ने इस जागरुकता अभियान में मिलकर समाज को जागरूकता का संदेश दिया है,वहीं भविष्य में किसी भी बच्ची को लोभ-लालच में न आकर के किसी भी दलाल के साथ बाहर न भेजने का शपथ भी टीम द्वारा ग्रामीणों को दिलाया गया है,वहीं वर्तमान में सरगुजा जिले के सीतापुर के 20 गाँव और उसके पारे टोले में चाईल्ड ट्राफिकिंग को रोकने एव बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा पर पथ प्रदर्शक संस्था काई (चाईल्ड राईट एण्ड यू) मुम्बई के सहयोग से दिनांक 04 मई 2016 से कार्य प्रारंभ किया गया है,वहीं अब तक दिल्ली,आगरा से कुल 28 लड़कियों को केराटिनेशन ट्रांजिट और सोर्स एरिया से रेस्क्यू कराया गया है,वहीं इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में पथ प्रदर्शक द्वारा सभी 20 गाँव में किशोरी,बालिकाओं का समूह बाल मित्र समूह बी.सी.पी.सी. का गठन और बस स्टैण्ड निगरानी समूह का गठन कर जेजे एक्ट चाईल्ड लेबर एक्ट,चाईल्ड मैरेज एक्ट,इमोरल चाईल्ड ट्राफिकिंग एण्ड प्रीवेंशन एक्ट राईट टू एजूकेशन एक्ट,एकीकृत बाल संरक्षण योजना के प्रमुख प्रावधानों पर जागरूकता एवं क्षमता विकास कार्यक्रम किया गया जिससे आज से तीन-चार साल पहले जहाँ बाल तस्करी का केश होता था उसमें धीरे-धीरे कमी आने लगा है।

वहीं गाँव के लोगों में जागरुकता आया है जिससे गाँव में पथ प्रदर्शक द्वारा गठित समूह किशोरी बालिकाओं का समूह, बाल मित्र समूह पी.सी. पी.सी. और बस स्टैण्ड निगरानी समूह के सदस्यों के द्वारा बच्चों से जुड़ी कोई भी केश आने पर पुलिस को सूचना करते है तथा पुलिस का भी मदद मिला है गाँव की लड़किया भी समझ रही है और कई दलालों पर कानुनी कार्यवाही होने से दलालों के मन में डर हुआ है,कई दलाल इसमें गिरफ्तार भी हुए है और जिस वाहन से लड़कियों को ले जाया जा रहा था उन वाहनों को भी जब्ती किया गया है,यहीं नहीं कई दलालों के उपर कानूनी कार्यवाही होने पर बाल तस्करी केश में कमी हुआ है। इस प्रकार गाँवों में जागरुकता कार्यक्रम करने से परियोजना क्षेत्र के किसी भी गाँवों में पिछले छः माह से बाल तस्करी का कोई भी केश नही आया है।

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