दूषित भोजन और साफ सफाई की कमी से छात्रवास के 110 बच्चे हूए बीमार जिले में मची हड़कंप कलेक्टर खुद रख रहे है नजर
बलरामपुर जिले शासकीय छात्रावास में सौ से अधिक बच्चे बीमार हो गये हैं. 240 बच्चों के छात्रावास में 110 बच्चे बीमार पाये गये हैं. 110 में से 22 बच्चों में टाइफाइड के लक्षण मिले हैं.
छात्रावास में 240 बच्चे बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के ग्राम कोटराही में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित है.आवासीय विद्यालय में फिलहाल 240 छात्र छात्राएं रहकर पढ़ाई करते हैं. सोमवार सुबह अस्पताल में कुछ बच्चों को सर्दी, बुखार और पेट दर्द की शिकायत हुई थी. इसकी जानकारी आवासीय विद्यालय की ओर से कलेक्टर विजय दयाराम के. को दी गई. कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग को आवासीय विद्यालय में जाकर बच्चों की जांच के निर्देश दिए.
कलेक्टर के निर्देश पर सी एम एच ओ डॉ. बसंत सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आवासीय विद्यालय में कैम्प लगाया. वहां 110 बच्चे विभिन्न बीमारियों से ग्रसित पाए गए. इनमें से 60 बच्चों में लक्षण नजर आने पर उन्हें उपचार के लिए सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. 24 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा रही है. बाकी बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद आवासीय विद्यालय भेज दिया गया है.
दूषित भोजन, पानी व सफाई की कमी: बच्चों के बीमार पड़ने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है. बच्चों ने बताया कि उन्हें रात को आलू बड़ी की सब्जी और चावल खाने में दिया गया था. कुछ बच्चियों का कहना है कि उन्हें बीती रात से ही सर्दी और सिर दर्द की समस्या थी. ऐसे में बच्चों के बीमार पड़ने के कारणों को लेकर चिकित्सक स्पष्ट रूप से नहीं कह पा रहे है. लेकिन चिकित्सकों की मानें तो इस तरह की समस्या दूषित भोजन, पानी व सफाई की कमी के कारण होती है.
बलरामपुर जिले के एकलव्य आवासीय विद्यालय में सोमवार को 110 बच्चों की तबियत खराब होने से हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आवासीय विद्यालय में कैम्प लगाकर जांच की. जांच के दौरान 60 बच्चों में गंभीर लक्षण पाए गए हैं. बच्चों को सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. बड़ी बात यह है कि इनमें से 22 बच्चों में टाइफाइड के लक्षण पाये गये हैं. इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार पड़ने के पीछे की मुख्य वजह दूषित भोजन और साफ सफाई की परिजनों के द्वारा बताया जा रहा है.