कन्हर नदी के आसपास हाथियों का आतंक: मदमस्त हाथी ने3 लोगों की ली जान , 50 घर क्षतिग्रस्त
छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा के आसपास स्थित ग्राम खोरी, बयोखोरा, कड़वा सहित कई गांवों में कन्हर नदी से लगे इलाकों में हाथियों का आतंक जारी है। 23 जुलाई से लेकर अब तक, हाथि ने इस क्षेत्र में 03 ग्रामीणों की जान ले ली है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है।
सबसे हालिया घटनाओं में,23 तारीख को बगरा,27 तारीख को अनुरूधपुर और विगत 6 तारीख को महावीरगंज में भी ग्रामीण को हाथि ने मौत के घाट उतार दिया। वही कन्हर नदी से लगे झारखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी कई लोगों को मौत के घाट उतार चुका है विगत रात भी दो ग्रामीण हाथी की चपेट में आने से बाल बाल बच्चे दोनों ग्रामीणों ने चारपाई के नीचे छुपा कर बचाई अपनी जान घर में घुसकर कर रहा है हमला तो वही ग्रामीण इन घटनाओं से स्थानीय लोगो में भय और आक्रोश दोनों बढ़ते जा रहे हैं।
अब तक हाथियों के झुंड ने लगभग 50 घरों से अधिक को क्षतिग्रस्त कर दिया है। हाथियों की इन गतिविधियों से लोग न केवल अपने जान-माल के नुकसान से जूझ रहे हैं, बल्कि उनके जीवन और आजीविका पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
विगत रात भी दो व्यक्ति हाथि के हमले से बाल-बाल बचे, लेकिन इन घटनाओं के बावजूद वन विभाग द्वारा अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। उच्च अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे ग्रामीणों में असंतोष बढ़ रहा है।
अब देखना यह होगा कि वन विभाग कब इस मदमस्त हाथी को मानव बस्तियों से दूर भगाने में सफलता प्राप्त करता है और क्षेत्र में शांति बहाल होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों की तत्परता और रणनीतिक कार्यवाही की सख्त जरूरत है।