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ऑपरेशन थिएटर के अंदर मरीज के जान से हो रहा है खिलवाड़

बलरामपुर जिला हॉस्पिटल से मरीज के साथ लापरवाही एवं जान के साथ खिलवाड़ करने का एक मामला सामने आया है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन खुद असंक्रमण के किसी भी प्रकार के नियम के अनुसार ऑपरेशन नही करते है। और घर के कपड़े पहनकर ऑपरेशन थिएटर के अंदर घुसना, बिना मास्क का सर्जिकल फील्ड में रहना, बिना ग्लव्स नंगे हाथ सिजीरियन समान पकड़ना इत्यादि कारणों से मरीज को संक्रमण फैल कर उनके जान को खतरा होने के संभावना बड़ जाति है।




पूरा मामला बलरामपुर जिला चिकित्सालय मैं पित्ताशय के पथरी का ऑपरेशन के दौरान का है ऑपरेशन थिएटर के कुछ नियम है जिन्हें पालन करना होता है घर के कपड़े पहनकर ऑपरेशन थिएटर के अंदर घुसना, बिना मास्क का सर्जिकल फील्ड में रहना, बिना ग्लव्स नंगे हाथ सिजेरियन समान पकड़ना इत्यादि कारणों से मरीज को संक्रमण फैल कर उनके जान को खतरा होने के संभावना बढ़ जाती है जैसे की आप  इस फोटो में मरीज के पेट खुला हुआ है और ऑपरेशन खतम होने से पहले इस महाशय ने मास्क और ग्लव्स के बिना सर्जिकल फील्ड में लापरवाही जताते हुए फोटो खिंचवा रहे थे। मास्क न पहन ने के कारण थूक के बूंद गिरने से एवं बिना ग्लव्स के नंगे हाथ सर्जिकल समान पकड़ने के कारण मरीज को संक्रमण से जान को खतरा हो सकता है। इस प्रकार लापरवाही से ऑपरेशन करना इनकी पुरानी आदत है।



हॉस्पिटल के स्टाफ से इस विषय पर पूछने से बताया गया की बड़े अधिकारी होने के कारण उन्हें कुछ भी बोलने का हिम्मत  कोई नही कर पता है।

आपको बता दे की जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ रामेश्वर शर्मा कोरिया जिले का पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी थे जिन्हे करोड़ों का घोटाले का आरोप पर बलरामपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के पद पर भेजा गया है और इनके खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच अभी जारी है।

बैकुंठपुर के मूल  निवासी होने के कारण ये बलरामपुर जिला अस्पताल हफ्ते में मात्र 2 या 3 दिन रहने के कारण अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ चुका है। जिस दिन बलरामपुर में सिविल सर्जन दर्शन देते है उस दिन वहा के पदस्थ चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम करते हैं और यह आरोपी पर कई बार लग चुका है।

ऐसे स्थिति में मरीज के साथ कुछ गंभीर समस्या उत्पन होने से आखिर जिमेदार होगा

ऑपरेशन थिएटर सब से सेंसिटिव जगह होता है जहां पर सभी सुरक्षा उपकरणों को ध्यान में रखकर काम किए जाते फिर भी ऑपरेशन थिएटर के अंदर मोबाइल से फोटो लिए गए जो अपने आप में  घोर लापरवाही मानी जाती है ऑपरेशन थिएटर सबसे ज्यादा रेडिएशन वाला क्षेत्र होता है यह जानने के बावजूद इस तरीके की लापरवाही करना अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान नहीं होना प्रतीत होता है ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए

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