शादी समारोह में शामिल होने आई किशोरी को आइसक्रीम खिलाने के बहाने स्कूटी में बैठाकर लेकर गए युवकों ने किया गैंग रैप ।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है । जिले में 16 वर्षीय एक किशोरी से 7 जून को 3 युवकों ने गैंगरेप किया । विरोध करने पर किशोरी से युवकों ने मारपीट भी की । वहीं शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी थी। दरअसल किशोरी शादी समारोह में शामिल होने आई थी। यहां से तीनों युवक उसे आईसक्रीम खिलाने के बहाने साथ ले गए थे। डरी-सहमी किशोरी ने घटना के 2 दिन बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सोमवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
16 वर्षीय एक किशोरी 7 जून की सुबह बलरामपुर जिले अंतर्गत एक गांव में शादी समारोह में शामिल होने आई थी। यहां 3 युवक विनोद एक्का 25 वर्ष, संदीप तिर्की 20 वर्ष व चंद्रप्रकाश मिंज 25 वर्ष भी शादी में आए थे।
इसी दौरान संदीप ने किशोरी से बातचीत शुरु की और उसे आईसक्रीम खिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर स्कूटी में बैठाकर साथ ले गया। उसके साथ अन्य दोनों युवक भी बाइक से गए थे। शाम होने पर किशोरी ने लौटने की जिद की तो युवकों ने कहा कि वे उसे छोड़ देंगे। इसके बाद वे उसे एक बांध के पास सुनसान जगह पर ले गए।
रात करीब 8 बजे तीनों उससे छेडख़ानी करने लगे तो किशोरी ने विरोध किया। इसके बाद तीनों ने उसकी पिटाई की और बारी-बारी से बलात्कार किया।
इस दौरान किशोरी जब शोर मचाने लगी तो युवकों ने उससे फिर मारपीट की और कहा कि यदि वह शोर मचाएगी तो हत्या कर यहीं फेंक देंगे। यही नहीं, उन्होंने यह बात किसी को बताने पर उसके पूरे परिवार को भी मार डालने की बात कही।
युवकों के चंगुल से छूटकर युवती घर पहुंची लेकिन किसी को ये बात नहीं बताई। 2 दिन बाद हिम्मत कर उसने परिजनों के साथ थाने पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की 2 टीमों ने अलग-अलग जगह दबिश दी।
पुलिस जब आरोपी विनोद व संदीप के गांव पहुंची तो वे भाग निकले। पुलिस ने उनका पीछा किया तो वे झारखंड के ग्राम जैरागी स्थित जंगल में अंधेरे का फायदा उठाते हुए छिप गए।
रातभर खोजबीन के बाद रविवार की सुबह दोनो को पुलिस ने दबोच लिया। वहीं तीसरे आरोपी चंद्रप्रकाश को पुलिस ने अंबिकापुर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने सोमवार को तीनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।