बलरामपुर जिला आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
क्षेत्र में खुलेआम हो रही अवैध शराब की बिक्री से जहां गांव का माहौल खराब हो रहा है वही युवा पीढ़ी भी इस नशे के गिरफ्त में आकर आदी हो रहे है।
ये आबकारी विभाग की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हीं के नाक के नीचे किया जा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि मुख्यालय व गांवो में खुलेआम हो रही अवैध कच्ची महुआ शराब की जानकारी आबकारी विभाग को नहीं है। जानकारी के बावजूद भी आबकारी विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के चलते खुलेआम कच्ची महुआ शराब बेच कर मालामाल हो रहे है।
अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की हौसले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। वही अत्यधिक शिकायत होने पर कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति की कार्यवाही करते हुए वाहवाही लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
युवा पीढ़ी भी हो रहे शिकार “””
इस पूरे मामले में बेहद गंभीर विषय यह है कि जगह-जगह बिकने वाली शराब पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण युवा भी नशे के आदि होते जा रहे हैं इसके चलते पालक भी हलकान होने लगे है। कुछ पालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई बच्चे तो इस कदर नशे के आदी हो गए हैं कि उन्हें डॉक्टर से परामर्श लेना पड़ रहा है ताकि किसी भी कीमत पर उनके बच्चे शराब की लत से मुक्ति पा सके।