अम्बिकापुरकाग्रेसकुसमीकोरियाकोरियाक्राइमखेलगढ़वागरियाबंदचांदोछत्तीसगढ़छत्तीसगढ़जसपुरजांजगीर चांपाझारखण्डडौरा-कोचलीदिल्लीदेशपस्तापुलिसप्रतापपुरप्रदर्शनबलरामपुरबिलासपुरभरतपुर सोनहतभाजपाभारतभ्रष्टाचारमनेन्द्रगढ़मुंबईरंकारघुनाथनगरराजनीतिराजपुरराज्यसभारामचंद्रपुररामानुजगंजरायगढ़रायपुरलाचारीवाड्रफनगरशंकरगढ़

ऐसा क्या हुआ की कुछ ही घंटे के अंदर बदल गए कलेक्टर के आदेश

बलरामपुर कलेक्टर ने अपने ही स्थानांतरण आदेश को दूसरे दिन संशोधित कर दिया है जो अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है

आपको बता दे की कलेक्टर जिले में तहसीलदार और डिप्टी कलेक्टरों का स्थापना आदेश 4 जनवरी को जारी किया था जिसके बाद ठीक 5 जनवरी के शाम डिप्टी कलेक्टर शशि चौधरी का स्थापना आदेश को संशोधित करते हुए उन्हें पुनः कार्यालय कलेक्टर में पदस्थ किया है दरअसल चार जनवरी के आदेश में कलेक्टर शशि चौधरी का स्थापना आदेश कलेक्टर से एसडीएम वाड्राफनगर किया था और वाड्राफनगर एसडीएम प्रमोद गुप्ता का स्थान कार्यालय कलेक्टर बलरामपुर किया था

विश्वास सूत्र की माने तो कलेक्टर ने अपने आदेश को माननीय के बीच हो रही वर्चस्व की लड़ाई के बाद बदल दिया है ,सूत्र बताते हैं कि एक माननीय के कहने पर डिप्टी कलेक्टर शशि चौधरी को एसडीएम वाड्राफनगर हुआ था ।जो स्थानीय नेताओं को नागवार गुजरा कलेक्टरों को आदेश संशोधित करना पड़ा

डिप्टी कलेक्टर शशि चौधरी राजपुर और वाड्राफनगर एस डी एम के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं वही जिला कार्यालय में पदस्थ किया गया था जहां वे विभिन्न शाखों के दायित्व का निर्वहन कर रहे थे डिप्टी कलेक्टर शशि चौधरी अपने सख्त शैली के लिए जाने जाते हैं उन्हें लंबित राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण और उनके सुलझे व्यक्तित्व की प्रशंसा उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी करते हैं

सूत्र बताते हैं कि इसके पूर्व उन्होंने वाड्राफनगर नगर एसडीएम के पद रहते हुए एक सफेद पोस्त के नजदीकी के प्रकरण की सुनवाई की थी जिसके बाद वह कुछ ही दिनों में आनन फानन में कार्यालय कलेक्टर में प्रदाश्त कर दिया गया जानकार बताते हैं कि उन्हें एसडीएम वाड्राफनगर से हटाने राज्य प्रशासनिक हलके के आला अधिकारियों के फोन कलेक्टर के पास फोन आ गया था बरहाल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब प्रशासनिक स्तर पर राज्य ही नहीं जिले में भी सर्जरी का क्रम जारी है जिसे सीधे और सरल शब्दों में प्रशासनिक दृष्टिकोण से बदलाव का नाम दिया जा रहा है लेकिन विश्वास सूत्र की माने तो सर्जरी माननीय के निर्देशों और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया जा रहे हैं और ऐसा कुछ हुआ होगा इसलिए बलरामपुर कलेक्टर को अपने आदेश को 24 घंटे के अंदर संशोधित करना पड़ा

Related Articles

Back to top button