बलरामपुर। ठंड के मौसम के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों पर शीतलहर का असर शुरू हो गया है ऐसे में कई प्रकार के खतरे इससे हो सकते हैं जिसका हमें बचाव करना बहुत जरूरी है इस बारे में मौसम की जानकारी की बारीकी से पालन करते हुए और जहां तक संभव हो शीतलहर के दौरान घर से बाहर न रहने और यात्रा से बचने की सलाह कलेक्टर विजय दयाराम के एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसंत कुमार सिंह ने दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने ठण्ड से बचाव के लिए नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थों का लगातार सेवन करते रहने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि शरीर में कंपकपी हो रही हो, उंगलियों में सफेद या पीलापन दिख रहा हो, शरीर में सुन्नता महसूस हो रही हो तो इससे बचाव के लिए चिकित्सक से आवश्यक संपर्क करना होगा। साथ ही इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। पूरी कोशिश करें कि स्वयं को गरम रखें तथा ताजा भोजन का सेवन करें जिसमें फल सब्जियों सहित विटामिन सी का भी समावेश होना आवश्यक है।
कोयला जलाना शरीर के लिए घातक :-
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी दी है कि कभी-कभी कुछ लोग ठंड से बचने के लिए कोयला जलाकर आग तापते हैं, परंतु ध्यान रखना चाहिए कि बंद कमरे में कभी भी कोयला जलाकर आग नहीं तापना चाहिए क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है जो बहुत जहरीली है और लोगों की जान भी ले सकती है। उन्होंने कहा कि हाइपोथर्मिया की स्थिति में व्यक्ति को गर्म स्थान पर लेटाना चाहिए और उसके कपड़े बदल कर उसके शरीर को कंबल, गर्म कपड़े से ढक दें जिससे शरीर का तापमान बढ़ने में मदद मिलेगी।
मांसपेशियों में अकड़ने से डॉक्टर की सलाह लें
उन्होंने कहा कि लापरवाही करने पर हाइपोथर्मिया जैसी स्थिति हो सकती है, जिससे शरीर के तापमान में कमी, कंपकपी, बोलने में कठिनाइर्, नींद ना आना, मांसपेशियों में अकड़न, भारी सांस लेना जैसे लक्षण प्रकट हो सकते हैं कुछ मामलों में कमजोरी या व्यक्ति अचेत भी हो सकता है ऐसी स्थिति में तत्काल व्यक्ति को चिकित्सक से परामर्श कर अपना उपचार करवाने की आवश्यकता होती है।