सनावल थाने ने मजेश्वर सिंह की मौत का किया खुलासा “बिजली की चपेट में आने से हुई थी मौत”
बलरामपुर जिले के सनावल थाने ने मजेश्वर सिंह मौत का किया खुलासा पूरे मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि थाना सनावल के मर्ग क्र. 19/2022 धारा 174 जा०को में शद जो पंचनामा कार्यवाही दौरान गवाह रामनारायण सिंह उर्फ ललन ने बताया कि नदकेश्वर सिंह खरवार पिता स्व सुखाडी सिंह अपने मक्का फसल को जंगली जानवर सुअर / सियार से बचाने के लिए मेढ़ में गंगा तार लगाता था बताया गया है और नंदकेश्वर सिंह के मक्का फसल खेत मेढ़ में मृतक मजेश्वर सिंह का शव पड़ा हुआ मिला है और मृतक भजेश्वर सिंह खैरवार की मौत बिजली करेन्ट की चपेट में आने से हुई है बताया गया।
मौके पर शव पंचनामा करा कर मृतक के शव का पी०एम०कराया गया और शार्ट पी०एम० रिपोर्ट मांगा गया जो मृतक के शॉर्ट पी०एम० रिपोर्ट में डॉक्टर साहब ने मृत्यु का कारण (Couse of death Electric shock Nature of Death, Accidental )लेख किये है जो अपराध धारा 304.201 भादवि विद्युत अधिनियम की धारा 135 का अपराध घटित करना पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक महोदय मोहित गर्ग (भा०पु० से०), अति० पुलिस अधीक्षक सुशील नायक के मार्गदर्शन पर एवं अनुविभागीय अधिकारी वाड्रफनगर अनिल कुमार विश्वकर्मा के दिशा निर्देशन सनावल थाने में अपराध पंजीबद्ध कर थाना प्रभारी अमित सिंह बघेल विवेचना किए मामले के आरोपी नंदकेश्वर सिंह पिता स्व. सुखाड़ी सिंह को दिनांक 30.09.2022 को पूछताछ कर गवाहों के समक्ष मेमोरण्डम कथन लिया गया जो मेमोरण्डम कथन में बताया कि अपने घर पास का मक्का फसल को जंगली जानवर सियार / सुअर से बचाने के लिए दिन सोमवार दिनांक 26.09.2022 को लकड़ी का खूंटा गाडकर छड़ बांधने वाला तार को खींचकर रोजाना रात 8.00 बजे अपने घर अन्दर के बिजली तार कनेक्शन से जोड़कर अवैध रूप से तार में जोड़ता था और रोज सुबह 5:00 बजे बिजली करेन्ट से हटा देता था जो दिनांक 28.09.2022 को भी रात 8.00 बजे बिजली करेन्ट को जोड़ा था उसी दरम्यानी रात को ही मृतक भजेश्वर सिंह की बिजली करेन्ट की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना में प्रयुक्त छड बांधने वाला तार 02 बंडल एवं लकड़ी का खूंटा (खम्भा) 04 नग को जप्त किया गया और आरोपी को अभिरक्षा में लेकर दिनांक 30/09/20222 के 18.20 बजे गिर० कर आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी अमित सिंह बघेल साथ स0उ0नि0 राममिलन मिश्रा प्र0आर0 255 विकास कुजूर, प्र.आर. 329 ईश्वर प्रताप सिंह, प्र. आर. 282 रायमोन टोप्पो, आर. 954 कृष्णा मरकाम, आर.731 राकेश तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।