बलरामपुर। जिला बलरामपुर में “मानसिक अवसाद” कारण एवं निदान तथा “सायबर अपराध एवं सुरक्षा” संबंधी दो दिवसीय कार्यशाला दिनांक 28 फरवरी 2023 एवं 01 मार्च 2023 तक का आयोजन स्थान न्यू बस स्टैण्ड ऑडोटोरियम हॉल बलरामपुर में किया गया।कार्यक्रम के प्रथम दिवस “सायबर अपराध एवं सुरक्षा संबंधी” विषय पर कार्यशाला सम्पन्न किया गया।
उक्त कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर बलरामपुर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग जिला पंचायत सी.ई.ओ. बलरामपुर श्रीमती रेना जमील एवं सायबर सिक्योरिटी डाटा प्राईवेसी एण्ड प्रोटेक्शन आई.टी. एक्सपर्ट कुमार सौरव एवं एमसीसीआर रायपुर के डी० श्याम कुमार उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नक्सल ऑपरेशन)प्रशांत कतलम ने किया।कार्यक्रम में जेएमएफसी जिला बलरामपुर के डीपीओ राजीव दुबे व जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के अन्य समस्त राजपत्रित अधिकारीगण व समस्त थाना / चौकी के प्रभारी अधिकारी एवं अन्य कर्मचारीगण व एसबीआई बलरामपुर के बैंक मैनेजर मृत्युंजय एवं कैशियर पंकज व जिला बलरापुर के अन्य समस्त विभागों के प्रतिनिधि व आम जनतागण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।
कार्यशाला में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर, सायबर सिक्योरिटी डाटा प्राइवेसी एण्ड प्रोटेक्शन आई.टी. एक्सपर्ट, जिला अभियोजन अधिकारी व बैंक के अधिकारी द्वारा सायबर अपराध का परिचय देकर उसके तरीके एवं उनसे बचाव की जानकारी दी गई एवं किसी भी अज्ञात नंबरों से कॉल आने पर आमजनों को अपने व्यक्तिगत जानकारी एवं ओटीपी किसी के भी साथ शेयर न करने की हिदायत दी गई। सायबर अपराधियों द्वारा आमजनों को अपने झांसे में लेकर रिमोट एक्सेसिंग टूल्स अथवा स्क्रिन शेयरिंग एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कराकर ठगी करने के तरीके तथा इनसे बचाव के लिए एक्सेसिंग टूल्स अथवा स्क्रीन शेयरिंग एप्स डाउनलोड न करने की जानकारी दी गई तथा किसी भी अज्ञात नंबरों से विडीयो कॉल आने पर कॉल नहीं उठाने की जानकारी दी गई, जिससे आमजन को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। अधिकारियों व एक्सपर्ट द्वारा यह भी बताया गया कि किसी भी कंपनियों के कम्टमर केयर नंबरों को गुगल इंजिन प्लेटफार्म में सर्च करने पूर्व यह जरूर आश्वस्त हो लें कि उक्त कस्टमर केयर नंबर उस कंपनी के ओरिजिनल वेबसाईट से ली गई है और वह नंबर ऑर्थोटिक है अथवा नहीं?, अन्यथा ठगी के शिकार हो सकते है।
जिला बलरामपुर अंतर्गत थाना / चौकियों को पुलिस बीट सिस्टम में बांटकर आम ग्रामीण जनों को अधिक से अधिक जोड़ने की प्रक्रिया पर जोर दिया गया है, जिससे पुलिस व आम ग्रामीण जनों के बीच आवश्यक जानकारी साझा की जा सके व इसके साथ उनसे मधुर संबंध स्थापित की जा सकें। वर्तमान में जिला में 31,000 से अधिक लोगों को वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से जोड़ा जा चुका है। जिले में अभिव्यक्ति एप के माध्यम से भी महिलाओं व छात्राओं / बालिकाओं को तत्काल पुलिस सहायता दिये जाने हेतु महिलाओं व छात्राओं / बालिकाओं को अधिक से अधिक संख्या में एप से जुड़ने / जोड़ने हेतु जोर दिया जा रहा है। कार्याशाला में पुलिस अधिकारियों एवं एक्सपर्ट द्वारा विवेचकों को आई. एक्ट एवं सायबर अपराधों में अपराधों की उत्कृष्ट विवेचना करने हेतु जानकारी दी गई जिससे सायबर अपराधियों के विरूद्ध दोष सिद्ध हो सके।कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले समाजसेवी, पत्रकारगणों एवं पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया।