बलरामपुर न्यूज़ डेस्क– गुड़ एक ऐसी खाद्य सामग्री है जिसकी मिठास बेहद ही खास होती है और कई बीमारियों में भी यह कारगर है लेकिन आप जो गुड़ खा रहे हैं क्या वह ठीक है। जी हां हम यह सवाल इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि आज की जो हमारी है खबर है वह इसी के गुणवत्ता के ऊपर है।
जिले के राजपुर के सिधमा व अन्य क्षेत्रों में कुछ चिन्हित स्थानों पर गुड़ बनाया जाता है। अक्सर यह देखा जाता है कि गन्ने के फसल के दौरान गुड़ का निर्माण होता है लेकिन बिना गन्ने की फसल के भी कुछ जगहों पर गुड़ का निर्माण किया जा रहा है। तो बिना गन्ने के आखिर किन चीजों से गुड़ का निर्माण हो रहा है और वह जो आम लोगों तक पहुंच रही है क्या वह सही है।
हमारी टीम ने जब ग्राउंड जीरो पर जाकर इस खबर की पड़ताल की तो पाया कि जहां पर गुड़ का निर्माण किया जा रहा है वहां कई ऐसे मिलावटी चीजों का उपयोग किया जा रहा है जो लोगों के सेहत के साथ पूरी तरह से खिलवाड़ है। गुड बनाने के लिए चावल के आटे राइस मिल से निकलने वाली सामग्री व अन्य ऐसी चीजों का प्रयोग किया जा रहा है जिसे आप सोच भी नहीं सकते।
इस मामले में जब हमने गुण फैक्ट्री के संचालक से टेलिफोनिक चर्चा की तो उन्होंने कहा कि यह गुण जानवरों के खाने के लिए है,लेकिन जिसमें इस गुड़ की पैकिंग हो रही थी उसमें कहीं भी यह नहीं लिखा गया था कि यह गुड़ जानवरों के खाने के लिए है,मतलब इसकी सप्लाई मार्केट में ही की जा रही है।
हैरान करने वाली बात यह है की आम लोगों के सेहत के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है फिर भी आज तक कभी इस पर कार्रवाई नहीं हुई। अधिकारियों ने आखिर इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की और वह इस पर कार्रवाई क्यों नहीं करना चाहते हैं।इन सवालों के साथ हम आपको इस खबर पर छोड़े जाते हैं कि आखिर ऐसे लोगों पर क्या किसी का शह है या फिर अधिकारी कार्रवाई से बचना चाहते हैं????
नही है जानकारी,जांच के बाद होगी कार्रवाई।
अभी गुड बनाने का सीजन नहीं है और गुड़ कहां कहां बनाया जा रहा है इसकी मुझे जानकारी भी नहीं है इस मामले की पूरी जांच होगी और जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
“बालेश्वर राम,एसडीएम राजपुर“।