बलरामपुर

अमर शहीदों  को रक्षित केन्द्र बलरामपुर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया गया


  कर्तव्य का निर्वहन करते हुये अपने प्राणों की आहुती देने वाले पुलिस के अमर शहीदों को ”21 अक्टूबर पुलिस स्मृति दिवस“ के अवसर पर रक्षित केन्द्र बलरामपुर में याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।*
जिला मुख्यालय बलरामपुर स्थित रक्षित केन्द्र बलरामपुर के परेड ग्राउंड में आयोजित *”पुलिस स्मृति दिवस“* कार्यक्रम के अवसर पर माननीय विधायक, संसदीय सचिव श्री चिन्तामणि महराज, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री रामकृष्ण साहू, (भा.पु.से.),  श्रीमान प्रफुल्ल सोनवानी अपर न्यायाधीश,  श्रीमान अजय खाखा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रामानुजगंज,  श्रीमती वंदना दीपक देवांगन, अपर सत्र न्यायाधीश , श्रीमान नेल्सन डेविड लकड़ा, जेएमएफसी रामानुजगंज,  सुश्री अंकिता तिग्गा, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी बलरामपुर, श्री वी. पी. राजभानू, सेनानी 12 वीं वाहिनी रामानुजगंज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री सुशील कुमार नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन श्री प्रशांत कतलम, श्री लोकेश्वर सिंह शांडिल्य,  सहायक सेनानी 12 वीं वाहिनी रामानुजगंज, श्री संजय कुमार, सहायक कमांडेंट, सीआरपीएफ जी 62, बटा., पुलिस अनुविभागीय अधिकारी वाड्रफनगर श्री अनिल कुमार विश्वकर्मा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी श्री रितेश चौधरी, रक्षित निरीक्षक श्री सनत कुमार ठाकुर, समस्त थाना/चौकी प्रभारी, पत्रकारगण एवं शहीद के परिवारजन उपस्थित थे।

परेड में जिला पुलिस बल, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 03 प्लाटून जिनका कमांड रक्षित निरीक्षक सनत ठाकुर के द्वारा किया गया। गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में पुलिस की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसकी सलामी  पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू भा.पु.से. द्वारा ली गई। तत्पश्चात पूरे भारत मे दिनांक 01.09.2020 से 31.08.2021 तक कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले कुल 377 शहीदों के नाम का स्मरण कर स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहिदों को याद किया किया गया। इस अवसर पर माननीय विधायक एवं संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज एवं पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा शहीदों के परिजन से मिलकर उनका हाल जाना गया तथा उनकी समस्याओं का यथासंभव निराकरण करने का आश्वासन दिया गया।

*क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीद दिवस*

गौरतलब है कि आज से 61 वर्ष पहले अक्टूबर 1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षैत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे तभी से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने-कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस शहीद दिवस पर परेड़ का आयोजन किया जाता है।

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