बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर थाने में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है यहाँ एक व्यक्ति खुद को मंत्री का पीए बता निजी वाहन में शासकीय वाहन का नम्बर लगा कर लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी करता था।अब मुखबिर की सूचना पर पुलिस की गिरफ्त में है।
बलरामपुर जिले में लागतार ठगी का मामला सामने आ रहा है। ऐसे ही अनोखा मामला रघुनाथनगर में सामने आया है। दरअसल मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी वाड्रफनगर अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि रघुनाथनगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा शासकीय वाहन में घूम कर लोगो को शासकीय कार्य स्वीकृत करने के नाम पर ठगी करने की शिकायत मिली थी।
जिस पर रघुनाथनगर पुलिस वहाँ पहुची और उस व्यक्ति से पूछताछ की गई वह व्यक्ति पुलिस को भी छत्तीसगढ़ केबीनेट के कद्दावर नेता का पीए होना बताया और निजी वाहन पर शासकीय वाहन नम्बर पुलिस को तहकीकात करने के लिए मजबूर कर दी पुलिस ने मंत्री के यहाँ सम्पर्क कर उक्त व्यक्ति के बारे मे पता सजी की तो पता चला कि उस नाम का व्यक्ति वहाँ कार्यरत नही है साथ ही परिवहन विभाग से वाहन नंबर की जाँच की गई तो पता चला की वाहन नम्बर अन्य शासकीय वाहन नम्बर है। जिसके बाद पुलिस ने जब आरोपी से कड़ाई से पूछतास आगे बढ़ाया तो पाया की थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति से सीसी रोड की स्वीकृति दिलाने के नाम पर 25000हजार रुपये लिया गया था उसके पास से पुलिस ने 27000 हजार नगद दो वाहन जप्त किए है जो अंबिकापुर से एक वाहन पुलिस को प्राप्त हुआ है जिस पर पुलिस ने शशिकांत तिवारी को हिरासत में लिया साथ में पूछताछ में यह भी पता चला कि शशिकांत तिवारी का बड़ा भाई भी फर्जी पुलिस अधिकारी बनने के आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़ा था। वही आरोपी शशीकांत तिवारी को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।