राजपुर।।लघु वनोपज संघ के प्रबंधकों को तृतीय वर्ग कर्मचारियों का दर्जा नही दिए जाने एवं वेतन वृद्धि नही किए जाने को लेकर नए साल के पहले दिन से प्रबंधकों द्वारा वन धन संग्रहण का कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
इस संबंध में प्रबंधक संघ के उप प्रांताध्यक्ष सुरेश सोनी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक संघ के माँग पर कांग्रेस सरकार के जन घोषणा पत्र के अनुसार प्रबंधको को तृतीय वर्ग कर्मचारी का दर्जा एवं वेतन वृद्धि का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया था।परंतु एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई। विगत कई वर्षों से प्रबंधकों का पारिश्रमिक भी नहीं बढ़ा है व अशंकालिन के रूप में अत्यंत कम पारिश्रमिक दिया जा रहा है। पिछले कई वर्षों से वन धन संग्रहण कार्य के कारण 8 से 10 घंटों तक कार्य करना पड़ता है,कम पारिश्रमिक में परिवार चलना मुश्किल हो गया है जिसे शासन को अवगत कराया गया था। संघ के द्वारा कहा गया था कि हम नहीं चाहते हैं कि शासन के कार्य में किसी भी प्रकार का बाधा उत्पन्न हो लेकिन जब हमारा पेट ही नहीं भरेगा तो कार्य कैसे कर पायेंगे। उन्होंने इस बात पर खेद जताते हुए कहा कि दिनांक 31/12/2021 तक वेतन वृद्धि नहीं की जाती तो नए वर्ष के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2022 से वन धन संग्रहण कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर देंगे ।इसके अलावा समिति प्रबंधक तेन्दूपत्ता से संबंधित लाभांश बीमा छात्रवृत्ति सभी कार्य करते रहेंगे।साथ ही संघ ने शासन से निवेदन किया है कि वेतन वृद्धि होने तक कोई प्रबंधकों को वन धन कार्य करने के लिए बाध्य न किया जावे।