राजपुर। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना राजपुर अंतर्गत ग्राम दुप्पी, रेवतपुर अंतर्गत संचालित ईंट भट्ठों में दी गई दबिश, क्षेत्र में संचालित ईट भट्ठों में अवैध कोयला खपत की लगातार शिकायत मिल रही थी। कुछ दिन पूर्व ही पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा कोयला खदानों का भ्रमण कर अवैध कोयला तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने को निर्देशित किया गया था।
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा राम गोपाल गर्ग के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग के मार्गदर्शन में दिनाक 22.02.23. को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कतलम के नेतृत्व में राजपुर थाना प्रभारी उप निरीक्षक अमित गुप्ता एवं पस्ता थाना प्रभारी उपनिरीक्षक राजकुमार कश्यप तथा थाना राजपुर व थाना पस्ता की संयुक्त पुलिस टीम के द्वारा शाम 07 बजे ईट भट्ठों में दबिश दी गई। दबिश के दौरान भट्ठा मालिक धर्मपाल के ईंट भट्ठा से लगभग 03 ट्रक, दीपक जयसवाल के ईंट भट्ठा से 01 ट्रक, शिवनाथ जायसवाल के भट्टा से 02 ट्रक, अनिल जायसवाल के भट्टा से 3 टन कोयला मिला। जप्त कोयला को पंचनामा की कार्यवाही कर सरपंच के सुपुर्द कर ईंट भट्ठा संचालको को नोटिस जारी कर जप्त किए गए कोयले के संबंध में वैध दस्तावेजों की मांग किया गया है। विदित हो कि कुछ दिन पूर्व ही पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग द्वारा महान टू कोयला खदान का भ्रमण कर कोयला चोरी की घटनाओं को रोकने तथा तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी राजपुर को निर्देशित किया गया था। कोयला चोरी पर अंकुश लगाने हेतु राजपुर पुलिस द्वारा लगातार कोयलांचल एरिया में भ्रमण तथा रात्रि गश्त पेट्रोलिंग की जा रही है।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कतलम ने कहा है कि आगे भी इस तरह कार्यवाही जारी रहेगी।
जाँच के नाम पर खानापूर्ति :-
ग्राम दुप्पी,रेवतपुर सहित आसपास के कई गांवों में दर्जनों ईंट भट्ठे संचालित है जिसमे अधिकांश लोगों के पास ईंट भट्ठा संचालित करने का वैध लाइसेंस नही है।पुलिस ने लाइसेंस धारी केवल चार ईंट भट्ठों पर जांच कर कार्यवाही की है।जबकि उस क्षेत्र में चल रहे अवैध तरीके के ईंट भट्ठों पर कार्यवाही नहीं किया जाना अपने आप मे कई सवाल खड़े करते हैं।क्योंकि यहाँ पर संचालित ईंट भट्ठे पिछले कई वर्षों से अवैध तरीके से संचालित हो रही है जहाँ अवैध तरीके से कोयला भी खपाया जाता है और इन लाइसेंस धारी ईंट भट्ठों पर पुलिस की इस प्रकार की कार्यवाही की आड़ से वे बचते नजर आ रहे हैं।