राजपुर। प्रदेश भर में चल रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की हड़ताल की वजह से इन दिनों आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं और इसका प्रभाव महिलाओं बच्चों के सुपोषण अभियान पर भी पड़ रहा है।ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुनील सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के द्वारा हड़ताल में की जा रही मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए मांगों को स्वीकृत करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है।
अपने पत्र में सुनील सिंह ने कहा है कि आंगनबाड़ी कर्मी प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं महिलाओं बालकों के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को किसी तरह से कम आंका जाना उचित नहीं है वर्तमान परिस्थिति में उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाना उचित होगा।
गैर तलब कि आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा 8 सूत्रीय मांग की जा रही है जिसमें निम्न मांगे रखी गई हैं- आंगनवाड़ी कर्मियों को शासकीय कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए, कार्यकर्ता को शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं होने तक निर्धारित न्यूनतम वेतन 18000 व सहायिका को ₹9000 प्रतिमाह भुगतान किया जाए मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का पद समाप्त किया जाए वह मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घोषित किया जाए,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं की बकाया एरियर्स राशि का भुगतान खाते में किया जाए पोषण ट्रैकर कार्य करने हेतु फोन व इंटरनेट व की राशि का भुगतान किया जाए, नई शिक्षा नीति के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों को प्रिया प्राइमरी स्कूल में बदलने पर कार्यकर्ताओं सहायिकाओं को प्रशिक्षण देकर पदोन्नति दी जाए आंगनबाड़ी कर्मियों को भविष्य निधि जीवन निर्वाह भत्ता सेवानिवृत्ति भत्ता और आश्रितों को चिकित्सा सुविधा और बच्चों के लिए शिक्षा की सुविधा भी दी जाए। इसके अतिरिक्त वरिष्ठता व योग्यता के आधार पर परीक्षकों के पद भर्ती हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को ही लिया जावे।