बलरामपुर

प्रशासन और गांव वालों ने साथ मिलकर पेश की मिसाल “अस्थाई पुल का किया निर्माण”


प्रशासन की पहल और जनभागीदारी से बना से प्रशासन पहुंचेगा गोविंदपुर गांव, पहाड़ी कोरवा के 18 परिवारों को होगा फायदा

छत्तीसगढ़ प्रदेश के बलरामपुर में भौगोलिक परिस्थितियां और संरचनाएं समय-समय पर आमजनों के जीवन के लिए चुनौती का सबब बनता है। वनांचलों में रहने वाले लोग दिन-प्रतिदिन इन चुनौतियों को बौना साबित करते हुए अपना काम करते है। प्रशासन भी निरंतर इन चुनौतियों से लड़कर लोगों को मूलभूत सुविधा पहुंचाने में जुटा रहता है और प्रशासन आमजनों के साथ इन दिक्कतों को दूर कर जीवन को सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है। ऐसा ही प्रयास बलरामपुर विकासखंड के ग्राम गोविंदपुर में देखने को मिल रहा है जहां आमजनों और प्रशासन ने साथ मिलकर एक अस्थाई पूल का निर्माण किया है, जिससे लोगों को आवाजाही में सहूलियत मिली है। ग्राम गोविंदपुर के बनखेतापारा मंगराही नाले में पूल न होने के कारण पहुँचविहीन था। जिससे ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं की सुगमता से पहुंच में दिक्कतें होती थी। समस्या का तत्कालिक उपाय के रूप में ग्रामीणों ने लकड़ी का पूल बना लिया, जिससे अब ग्रामीणों की आसानी से आवाजाही होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से मिल सकेगी। जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.के. जायसवाल ने बताया कि प्रशासन के साथ मिलकर ग्रामीणों ने मंगराही नाले में अस्थाई पूल का निर्माण किया है, जिससे अब स्वास्थ्य व टीकाकरण दल आसानी से बनखेता पारा पहुंच सकेगी। उन्होंने बताया कि पूल बनने से बनखेतापारा के 18 पहाड़ी कोरवा परिवारों के 74 लोग लाभन्वित होंगे। कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने पिछले दिनों ही विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समाज के सभी वर्गों से अपील करते हुए कहा था कि वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इनका सहयोग करें। इसी अपील को समर्थन देते हुए लोगों ने पूल बनाकर एक मिसाल पेश की है और साबित किया है कि छोटी-छोटी कोशिशें से बड़ी-बड़ी चुनौतियों को दूर किया जा सकता है।

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