बलरामपुर रामानुजगंज जिले में चैती छठ महापर्व का उत्साह, व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्यदेव को दिया अर्घ्य।
कन्हर नदी छठ घाट पर व्रतियों ने पानी में खड़े होकर दूध और पानी से अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर श्रद्धालुओं ने छठ मइया से विश्व कल्याण और परिवार के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की. पिछले साल की अपेक्षा इस साल चैती छठ व्रतियों की संख्या भी काफी बढ़ गई है.
अस्ताचलगामी सूर्यदेव को व्रतियों ने दिया अर्घ्य
रामानुजगंज में पारंपरिक रूप से चैती छठ मनाया जा रहा है. कन्हर नदी छठ घाट पर बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा देखने पहुंचे व्रतियों ने भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और सभी के बेहतर स्वास्थ्य समृद्धि की कामना की गई. निर्जला व्रत रखने के बावजूद भी छठ व्रतियों में इस महापर्व को लेकर उत्साह दिखाई दिया.
कल उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन
कल मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य देकर लगातार चार दिनों तक चलने वाले इस चैती छठ महापर्व का समापन होगा. कल सुबह श्रद्धालु कन्हर नदी छठ घाट पर पहुंचेंगे. व्रतियों के द्वारा भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर उपवास समाप्त कर पारण किया जाएगा.
बांस की टोकरी में सजाई पूजा सामग्री
छठ पूजा के लिए बांस से बनी टोकरियों का विशेष महत्व होता है। महिलाएं इस बांस की टोकरी और सूप में पूूज की सामग्री रखती है। इसमें मुख्य रूम से चावल, दीपक, सिंदूर, गन्ना, हल्दी, शकरकंदी, दूध, मौसमी फल, शहद, पान, नींबू, सुपारी, कपूर और चंदन के अलावा ठेकुआ आदि सामान रखते हैं. महिलाओं ने पूजा करके अपनी संतान की लंबी उम्र की कामना की.
छठ घाट पर लगा मेला
रामानुजगंज कन्हर नदी छठ घाट पर चैती छठ महापर्व पर मेला भी लगा जिसमें स्टॉल भी लगे हुए देखने को मिले.
वर्तमान में इस पर्व को मनाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या है. इसको देखते हुए नगर पंचायत एवं स्थानीय प्रशासन हर साल इस पर्व के लिए कन्हर नदी के घाटों की सफाई करवाकर श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया करवाता है.