विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा-कांग्रेस में सियासत तेज, मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक व वर्तमान विधायक में बयानबाजी जारी…
मनेन्द्रगढ़।छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने में अब महज कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही कुछ इन दिनों मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में देखने और सुनने को मिल रहा है. जहां मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक भाजपा नेता श्याम बिहारी जायसवाल और कांग्रेस के वर्तमान विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल में बयानबाजी का दौर चल रहा है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों खड़गवां विकासखंड के मनोरा ग्राम पंचायत में बिना सड़क बनाये अठारह लाख की राशि निकाले जाने को लेकर पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने हमला करते हुवे वर्तमान विधायक और उनके ठेकेदार बड़े भाई पर गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर प्रदर्शन सीधे मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल की मिली भगत करार दिया था।
वहीं इस मामले में वर्तमान विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल ने रायपुर में प्रेसवार्ता कर पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल पर आदिवासियों के हक की जमीन हड़पने अपने पावर का दरुपयोग करते हुवे वन अधिकार की कई एकड़ जमीन अपने व अपने परिवार के नाम कराने का आरोप लगाया है। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री को दस्तावेज सहित इनके नाम की जमीन निरस्त करने की मांग की है।
मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल के आरोप के बाद पूर्व विधायक का भी बयान सामने आया है. श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मेरे व मेरी पत्नी और मेरी माता को कोई वन अधिकार का पट्टा नहीं मिला है। अगर कोई इस प्रकार के फर्जीवाड़ा मेरे द्वारा किया गया है तो डॉक्टर विनय जायसवाल क्षेत्र के विधायक हैं. इनको जांच कराकर निरस्त कराना चाहिए. मुझे ऐसा लगता है कि इनके भाई के द्वारा जो फर्जीवाड़ा किया गया था. जिसका मैं उजागर किया हूँ उसकी बौखलाहट में इस प्रकार के बयानबाजी कर रहे हैं।