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मेरी राजनीतिक छवि धूमिल करने की हो रही कोशिश,विरोधियों के द्वारा लगातार रचा जा रहा षड्यंत्र,उचित समय पर ऑडियो-वीडियो करूँगा जारी – डॉक्टर सिंह…

मनेन्द्रगढ़। एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ जनपद अध्यक्ष डॉक्टर विनय शंकर सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विरोधियो के द्वारा लगातार षड्यंत्र रचने और राजनितिक छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि बीते दिनों डोडकी निवासी श्याम सुंदर के द्वारा जनपद अध्यक्ष के खिलाफ भूख हड़ताल में बैठकर के 4 साल पूर्व की मजदूरी भुगतान का मांग की जा रही थी. साथ ही सोशल मीडिया में जनपद अध्यक्ष के खिलाफ पोस्ट भी किया जा रहा था। इसको लेकर मनेन्द्रगढ़ जनपद अध्यक्ष डॉक्टर विनय शंकर ने बताया कि इस संबंध में मैं बताना चाहता हूं कि डोडकी निवासी श्याम सुंदर को मैं गैस एजेंसी चरवाही में इंडेन ग्रामीण वितरक में कभी भी काम पर नहीं रखा था। कल दिनांक 7 सितंबर 2023 को श्याम सुंदर मेरे क्लीनिक में दोपहर के लगभग 2:00 बजे के आसपास मिलने के लिये आया। उसको जब मैं पूछा कि तुम्हें गैस एजेंसी में काम पर कौन रखा था और तुम वहां पर क्या काम किए हो। तुमने कभी काम किया भी है या नहीं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। तब उसने कहा की मुझे डोडकी निवासी विजय कुमार आत्मज भूरेलाल के द्वारा उज्ज्वला गैस कनेक्शन का फॉर्म कलेक्शन करके,भरने के काम पर रखा गया था और बोला गया था कि डॉक्टर से तुमको मैं पैसा दिलवाऊंगा । जब मैं उससे बोला कि तुम मुझे इसकी जानकारी क्यों नहीं दिए की 4 साल तक की मैं वहां पर काम किया हूं मेरी तनख्वाह इतनी होती है. और जो अभी तक मुझे प्राप्त नहीं हुआ है. तो उसके द्वारा बोला गया कि मैं विजय को कई बार बोला कि मेरे को पैसा दिलवाओ जब मैं बोला कि तुम विजय को लेकर के मेरे पास क्यों नहीं आए तो वह बोला कि विजय कभी आपके पास आने के लिए तैयार ही नहीं है।

जनपद अध्यक्ष ने बताया कि क्षेत्र के लोगों को मैं यह बताना चाहता हूं कि विजय कुमार आत्मज भूरेलाल निवासी डोडकी मेरे केल्हारी स्थित पेट्रोल पंप में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। उसके द्वारा पैसों के हिसाब में हेरा-फेरी करके पैसे का चोरी करते पाए जाने और अन्य वित्तीय अनियमितता के आधार पर मैंने उसको काम से निकाल दिया है। जब से मैंने उसको काम से निकाला है तब से वह मेरे खिलाफ षड्यंत्र करके मेरे राजनीतिक छवि को धूमिल करने के लिए मेरे व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने के लिए नित्य नई षड्यंत्र रचते रहता है। उसमें से यह श्याम सुंदर का भी एक मामला है। इन सबके बावजूद भी मैं श्याम सुंदर को बोला कि यदि तुम गैस एजेंसी में काम किए हो भले ही तुम केवल उज्जवला कनेक्शन के लिए फॉर्म कलेक्ट करवाते थे। तुमने कभी भी ऑफिस में बैठ करके काम नहीं किया है। श्याम सुंदर के द्वारा यह भी बताया गया कि मैं चार महीने तक काम किया हूं। तब मैं बोला कि तुम जब 4 महीने तक काम किए हो और शिकायत मेरा 6 महीने का कर रहे हो मैंने उससे उसकी सैलरी पूछी की कितने में बात हुई थी तो उसके द्वारा बोला गया की विजय बोला था कि चार पांच हजार डॉक्टर को बोलकर दिलवा दूंगा। इसके पूर्व में मेरे एजेंसी में कार्यरत मैनेजर राजकुमार पूरी एवं जितेंद्र मिश्रा के द्वारा लिखित में बयान दिया जा चुका है कि इसके फार्म कलेक्शन का जो भी पैसा हुआ था इसको पेमेंट हम लोगों के द्वारा कर दिया गया है और अब इसको देना कोई भी शेष बाकी नहीं रह गया है।  इन सबके बावजूद तब मैं उससे बोला कि अगर तुमको विजय बोला था कि काम पर रखवा दूंगा या सैलरी दिलवा दूंगा तो इतने दिनों तक मेरे से मिले क्यों नहीं और अगर काम किए हो तो इतने दिनों तक मेरे से अपना सैलरी क्यों नहीं मांगे।अचानक से तुम भूख हड़ताल में बैठ करके मेरे को बदनाम करने लगे। कभी आकर के नहीं बोले कि मुझे सैलरी चाहिए। इन सब बातों के बावजूद भी मैं उसको बोला कि तुम्हारी जो भी मजदूरी है वह तुम्हें भुगतान करवा दूंगा लेकिन उसके प्राप्ति के पश्चात तुम मुझे इसको लिखित में दे देना। मेरा इतना बोलते ही वह मेरे क्लीनिक से उठ करके बाहर चला गया उसको मैं ढूंढवाया लेकिन वह नहीं मिला उसको कॉल भी किया लेकिन वह अपना मोबाइल बंद कर लिया था। मेरे साथ में स्थानीय पत्रकार साथी भी थे वह भी उसको अपनी बाइक से ढूंढने के लिए गए लेकिन वह क्लीनिक से बाहर निकल करके भाग गया । श्याम सुंदर और मेरे बीच की वार्तालाप की ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग भी है, जिसे मैं समय आने पर मानहानि के केस में कोर्ट में पेश करूंगा। आज मैं फिर से देख रहा हूं कि सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप में मेरे खिलाफ शिकायत डाल करके पोस्ट कर रहा है जो की अत्यंत निंदनीय है और यह पूर्ण रूप से आभासित होता है कि मेरी छवि को बदनाम करने के लिए मेरे विरोधियों के द्वारा एक छल कपट और षड्यंत्र करने का दुष्प्रयास मात्र है।

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