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मंत्री से लेकर विधायक तक कर रहे हैं आचार संहिता का उल्लंघन सुनील सिंह,,

बलरामपुर- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर समूचे देशभर में आदर्श आचार संहिता भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव के घोषणा पश्चात लग गई है, परंतु छत्तीसगढ़ राज्य और राज्य के बलरामपुर जिले में आचार संहिता का उल्लंघन सत्ता पक्ष द्वारा लगातार किया जा रहा है और प्रशासन बिल्कुल मुक दर्शक बना हुआ है बलरामपुर जिला प्रशासन के नाक के नीचे होली मिलन और अन्य आयोजन धड़ल्ले से किया जा रहे हैं जिनकी सूचना प्रशासन को दिए जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

होली मिलन समारोह कार्यक्रम विधायक उधेस्वरी पैकरा


जिला प्रशासन पूरी तरह से मुक बना हुआ है और सारे प्रशासनिक अधिकारी हाथ पैर हाथ धरे हुए हैं फूड पॉइजनिंग के बाद 400 से अधिक लोगों के बीमार होने के बाद जिला प्रशासन को इस बात की सुध ली है कब होली मिलन समारोह में शामिल हुए लोग बीमार हैं और उन्हें चिकित्सा सुविधा कराई जा रही है परंतु प्रशासन इस हेतु कितना तैयार था यह अस्पताल में पड़े हुए मरीज और उनके परिजनों से कोई भी भली भांति जान सकता है और जो दृश्य अस्पतालों में दिखाई दिए हैं वह भयावह है।आचार संहिता के उल्लंघन और इस तरह के तमाम मीटिंग सत्ताधारी दल द्वारा बगैर किसी औपचारिकता के लगातार किए जा रहे हैं कोई भी

मंत्री रामविचार नेताम

प्रशासनिक अधिकारी ऐसे आयोजनों की सुध नहीं ले रहा है वहीं व्यक्तिगत व सामाजिक आयोजनों के लिए लोगों को अनुमति नहीं दी जा रही है समूचे जिले में धारा 144 लागू है और 5 से अधिक व्यक्तियों के एक जगह एकत्रित होने पर रोक लगा दी गई है ऐसी दशा में सत्ताधारी दल भाजपा के द्वारा किए जा रहे तमाम आयोजन प्रशासन व कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं।भारत निर्वाचन आयोग और कलेक्टर बलरामपुर को इस विषय पर जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए अन्यथा भविष्य में जिले में कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं।
जिले में इस तरह के सभी आयोजनों पर प्रशासन को अपनी निगाह रखने की आवश्यकता है तथा वर्तमान में होली मिलन समारोह के नाम पर जो घटना हुई है वह सर्वथा निंदनीय है ऐसे आयोजनों पर लगाम लगाने की जरूरत है।

होली मिलन समारोह कार्यक्रम का फोटो

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