राजपुर-कुसमी मार्ग पर स्कॉर्पियो पलटी, एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित आठ की जान गई
बीती शाम बलरामपुर जिले के राजपुर-कुसमी मुख्य मार्ग पर ग्राम बुढाबगीचा लड्डुआ के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। इस घटना में आठ लोगों की जान चली गई, जिनमें एक महिला और उसकी 6 वर्षीय पुत्री भी शामिल थीं। हादसे में घायल चालक की भी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
दुर्घटना का संक्षिप्त विवरण
यह हादसा तब हुआ जब लरिमा कुसमी की रहने वाली 35 वर्षीय चंद्रावती मुंडा, जो सूरजपुर जिले में शिक्षक के पद पर कार्यरत थीं, दीपावली का त्योहार मनाने के बाद अपने परिवार के साथ वापस सूरजपुर लौट रही थीं। उनके साथ उनके पति संजय मुंडा (33 वर्ष), उनकी बेटी कीर्ति (6 वर्ष) और गाँव के चार अन्य लोग स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक CG 15 DP 6255) में सवार थे। घटना रात लगभग 8 बजे की है, जब यह वाहन राजपुर से 3 किलोमीटर पहले लड्डुआ के पास पहुँचा। वाहन की रफ्तार तेज होने के कारण चालक मुकेश दास (26 वर्ष) का उस पर से नियंत्रण हट गया और वाहन सड़क से फिसलकर पानी से भरी डबरी में पलट गया।
हादसे के कारण और वाहन में फंसे लोग
स्कॉर्पियो पलटने के बाद पानी में पूरी तरह से डूब गई, जिससे उसमें सवार यात्रियों के लिए स्थिति बेहद गंभीर हो गई। वाहन के दरवाजे लॉक हो गए थे, जिससे अंदर फंसे लोगों के बाहर निकलने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने यात्रियों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन वाहन के शीशे बंद होने के कारण यह असंभव हो गया। केवल चालक की सीट का शीशा खुला हुआ था, जिसके जरिए स्थानीय लोग चालक को बाहर निकालने में सफल हुए। घायल चालक को तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही राजपुर पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुँची। पानी में डूबे वाहन को बाहर निकालने के लिए पुलिस ने जेसीबी मंगवाई और काफी मशक्कत के बाद वाहन को पानी से बाहर निकाला गया। वाहन से छह लोगों के शव बरामद हुए। हादसे के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि वाहन में चालक सहित कुल आठ लोग सवार थे। 17 वर्षीय अवनीत राम प्रजापति का शव घटनास्थल पर नहीं मिला, जिससे संदेह हुआ कि वह पानी में लापता हो गया है।
विशेष बचाव अभियान: एसडीआरएफ की टीम की भूमिका
अवनीत के परिजनों के पहचान और पुष्टि के बाद पुलिस ने तुरंत एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को अम्बिकापुर से बुलाया। देर रात करीब 12 बजे तक चले इस विशेष बचाव अभियान के बाद अवनीत का शव बरामद किया गया। इस प्रकार, दुर्घटना में वाहन में सवार सभी आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो गई।
मृतकों की सूची और पहचान
इस दुखद हादसे में मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
1.चंद्रावती मुंडा (35 वर्ष) – सूरजपुर जिले में शिक्षक।
2. संजय मुंडा (33 वर्ष) – चंद्रावती के पति।
3. कीर्ति मुंडा (6 वर्ष) – चंद्रावती और संजय की पुत्री।
4. उदय नाथ (27 वर्ष) – गाँव का निवासी।
5. मंगल दास (21 वर्ष) – गाँव का निवासी।
6. भूपेंद्र मुंडा (18 वर्ष) – गाँव का निवासी।
7. अवनीत राम प्रजापति (17 वर्ष) – गाँव का निवासी, जिसका शव देर रात बरामद किया गया।
8. मुकेश दास (26 वर्ष) – वाहन का चालक, जिसने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
हादसे का प्रभाव और क्षेत्र में मातम
इस हादसे के कारण लरिमा गाँव और आसपास के क्षेत्रों में मातम छा गया है। एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित गाँव के अन्य चार लोगों की मौत ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस दुखद घटना के बाद रविवार को पुलिस ने सभी मृतकों के शवों का पंचनामा और पोस्टमार्टम किया तथा सभी आवश्यक कार्यवाही पूरी करने के बाद शवों को उनके गृह ग्राम भेजा गया।
सामरी विधायक का दौरा और संवेदना
घटना की जानकारी मिलते ही सामरी विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा ने राजपुर स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया और दुर्घटना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और प्रशासन से हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
निष्कर्ष
यह सड़क दुर्घटना एक दर्दनाक याद के रूप में क्षेत्रवासियों के मन में दर्ज हो गई है। हादसे से यह स्पष्ट होता है कि तेज रफ्तार और असावधानीपूर्ण ड्राइविंग कितनी घातक साबित हो सकती है। इस दुखद घटना से सीख लेते हुए सड़क सुरक्षा नियमों और सावधानियों के प्रति अधिक जागरूकता और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।