एम्बुलेंस के अभाव में हो रही मौत, मनेन्द्रगढ़ सरकारी अस्पताल में एक भी सही एम्बुलेंस नहीं…
मनेन्द्रगढ़ । मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन दिनों एम्बुलेंस का अभाव देखा जा रहा है. अस्पताल में जो एम्बुलेंस है या तो जर्जर स्थिति में है या फिर खराब पड़ी है. अस्पताल में इमरजेंसी के स्थिति में अगर किसी मरीज को रैफर करना पड़ता है तो पूरी तरह 108 एम्बुलेंस पर निर्भर रहना पड़ता है. वहीं 108 एम्बुलेंस बिजी होने के कारण आपातकाल स्थिति लोगों को अधिक राशि खर्च कर प्राइवेट एम्बुलेंस का सहारा लेना पड़ता है. और गरीब परिवार के मरीज सिर्फ इंतेजार. जिससे समय पर इलाज न मिलने के बाद कई बार मरीज की जान तक चली जाती है।
ऐसा ही मामला बीती रात मनेन्द्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखा गया जहाँ बीपी शुगर बढ़ने के बाद ग्राम साल्ही की कलावती नामक महिला मरीज को लगभग 8:30 बजे भर्ती कराया गया. ड्यूटी में मौजूद डॉक्टरों ने जांच पड़ताल की. कुछ ही देर में डॉक्टर को पता चला कि महिला का इलाज मनेन्द्रगढ़ में संभव नहीं इसलिये पहले जिला अस्पताल बैकुंठपुर रेफर किया गया . मगर 108 एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सका मरीज की तबियत बिगड़ती चली गई. इस दौरान डॉक्टरों ने हर संभव महिला का इलाज जारी रखा । ड्यूटी में डॉक्टर संजना खालको ने खुद 6 से 7 बार 108 एम्बुलेंस को कॉल किया. परेशान डॉक्टर और 108 एम्बुलेंस कॉल ऑपरेटर के बीच कहा-सुनी भी हुई. काफी जद्दोजहद के बाद चिरमिरी के डोमनहिल से एम्बुलेंस पहुंची तब तक महिला की तबियत और बिगड़ चुकी थी. डॉक्टरों ने महिला की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल बैकुंठपुर की जगह मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर रेफर किया गया. लगभग 11: 20 बजे महिला के परिजनों ने लेकर अम्बिकापुर गये तब तक काफी देर हो चुकी थी और कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई। अगर महिला को समय पर एम्बुलेंस मिल जाता तो हो सकता था कि उसकी जान बच जाती ।