छत्तीसगढ़: सेन नाई समाज ने बलरामपुर हत्याकांड पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़: सेन नाई समाज ने बलरामपुर हत्याकांड और नरकंकाल मामले पर सौंपा ज्ञापन, न्याय की उठी मांग
छत्तीसगढ़ प्रांत के सेन नाई समाज ने बलरामपुर जिले के दहेजवार (कंचनपुर) में मिले नरकंकाल और कुसमी थाना क्षेत्र के ग्राम कुम्हारपारा में हुए तीहरे हत्याकांड के विरोध में एकजुट होकर रायपुर में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
घटना का पूरा विवरण
तीहरे हत्याकांड (ग्राम कुम्हारपारा)
कुसमी थाना क्षेत्र के ग्राम कुम्हारपारा में कौशल्या देवी (35 वर्ष), उनकी 17 वर्षीय बेटी मुस्कान और 5 वर्षीय पुत्र मिंटू ठाकुर की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
घटना का प्रभाव: यह हत्याकांड क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का कारण बना।
मांग: पुलिस द्वारा इस मामले में उचित कार्रवाई और अपराधियों पर कठोर दंड लागू करने की मांग की गई।
नरकंकाल का मामला (दहेजवार)
दहेजवार (कंचनपुर) में मिले नरकंकाल को सेन नाई समाज के सदस्य का माना जा रहा है। समाज ने इसे हत्या का मामला बताते हुए दोषियों को सजा दिलाने की मांग की।
प्रमुख मांगें
1. तीहरे हत्याकांड और नरकंकाल मामले के दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर सजा दी जाए।
2. पीड़ित परिवार को ₹2 करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
3. लापरवाही बरतने वाले कुसमी थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक पर एफआईआर दर्ज की जाए।
4. मामलों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व और भागीदारी
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख सदस्य:
1. पुनीत राम सेन: प्रांतीय अध्यक्ष
2. अविनाश कुमार ठाकुर: प्रांतीय उपाध्यक्ष।
3. नंद कुमार सेन: केश शिल्पी बोर्ड के अध्यक्ष।
4. सुश्री मोना सेन: महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय अध्यक्ष।
5. अशुतोष श्रीवास: उपाध्यक्ष।
6. भुवन लाल कौशिक: सचिव।
7. धनुष सेन: केश शिल्पी बोर्ड के सदस्य।
8. डॉ. मनोज ठाकुर: चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष।
9. विनोद सेन और भूपेंद्र सेन: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष।
जिला स्तर पर भागीदारी:
रायपुर, दुर्ग और धमतरी जिलों के कई प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें शामिल थे:
नारायण प्रसाद सेन,सुशील कौशिक,तेजराम सेन,भीखम सेन (दुर्ग जिला अध्यक्ष),डॉ. सुमन कौशिक और क्षमा सेन।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों से मुलाकात
प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,, उपमुख्यमंत्री शअरुण साव और विजय शर्मा, साथ ही कैबिनेट मंत्री राम विचार नेताम से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने समाज की मांगों को गंभीरता से सुना और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उपमुख्यमंत्रियों ने भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव सहयोग का वादा किया।
अभियान का महत्व और समाज का आक्रोश
सेन नाई समाज ने इस घटना को अपने सम्मान और अस्तित्व से जोड़ा है। समाज ने एकजुट होकर यह संदेश दिया कि किसी भी अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आंदोलन की तैयारी: पिछले 15 दिनों से समाज के सदस्य इस अभियान को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वही प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि दोषियों को सजा दिलाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
समाज की प्रतिक्रिया और भविष्य की योजना
इस आंदोलन ने न केवल बलरामपुर क्षेत्र बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में सेन नाई समाज को एकजुट किया है।आगामी दिनों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन और दबाव बनाने की योजना है।समाज के प्रतिनिधि इस मामले पर उच्च न्यायालय और राष्ट्रीय स्तर पर भी आवाज उठाने का निर्णय ले रहे हैं।
बलरामपुर जिले में हुए इस हत्याकांड और नरकंकाल मामले ने सेन नाई समाज को झकझोर दिया है। यह आंदोलन उनके न्याय की आवाज को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास है। समाज ने संगठित होकर यह संदेश दिया है कि वे न्याय के लिए संघर्षरत रहेंगे और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।