आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों में नहीं मिल पा रहा पोषण आहार,,,कर्मचारी रहते हैं नदारद,,,हो रही बच्चों को परेशानी…
राहुल सिंह मरकाम डिंडा
बलरामपुर।एक ओर तो शासन प्रशासन छोटे बच्चों के पढ़ाई लिखाई से लेकर खाने पीने तक के लिए आंगनबाड़ी के माध्यम से जमीनी स्तर पर हर सुविधाएं मुहैया करवाने पर लगी है परंतु क्या वाकई में जमीनी स्तर पर शासन की योजनाएं क्रियान्वित हो रही है।ऐसा ही एक मामला सामने देखने को मिल रही है जहाँ न तो आंगनबाड़ी के कर्मचारी आगनबाड़ी पहुँच रहे हैं और न ही शासन की योजनाओं का लाभ बच्चों को मिल रही है।
मामला बलरामपुर जिले के जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के ग्राम पंचायत विमलापुर का है जहाँ आंगनबाड़ियों की स्थिति ऐसी है कि आंगनबाड़ी संचालिका और सहायिका सप्ताह सप्ताह भर आंगनबाड़ी नहीं पहुंचती है तो सोच सकते हैं कि इस आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को शासन के द्वारा पोषक आहार अन्य योजनाओं के तहत उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए योजनाएं चल रही हैं उन बच्चों को कैसे मिल पाता होगा। आपको बता दे कि ग्रामीण बच्चे सही समय पर आंगनबाड़ी थाली लेकर पहुंचते हैं लेकिन निराश और रोते हुए आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चे वापस अपने घर लौट जाते हैं क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्र खुला नहीं
मिलता है लेकिन आंगनबाड़ी संचालिका को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। संचालिका द्वारा ग्रामीणों को बोलती है कि जहां तुम्हें शिकायत करना होगा कर लो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। खुलेआम प्रशासनिक अमले को चुनौती देती हैं कि मेरा कौन क्या बिगाड़ लेगा कोई भी अधिकारी।इस मामले में सहायिका के पति भी कुछ कम नहीं उनके द्वारा शिकायत करने वाले ग्रामीणों को धमकी दिया जाता है।अब देखना यह होगा की प्रशासनिक अमला इस पर किस तरह की कार्रवाई करती है क्योंकि शासन की योजनाओं ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र पर दम तोड़ती नजर आ रही है।