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जनघोषणा पत्र के वादे पूरा कराने, प्रदेश भर के हजारों स्वास्थ्य संयोजक (स्वास्थ्य कर्मी) राजधानी मे अनिश्चितकालीन आंदोलन


कांग्रेस पार्टी के जनघोषणापत्र में शमिल स्वास्थ्य कर्मियों (स्वास्थ्य संयोजको) कि
मांगो को पूरा कराने प्रदेश भर के हजारों नियमित स्वास्थ्य संयोजक, स्वास्थ्य
पर्यवेक्षक, एवं खण्ड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी राजधानी मे अनिश्चितकालीन
आंदोलन मे आकर अपनी आवाज बुलंद कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ के जिलाध्यक्ष हेमंत कुमार महंत ने बताया कि विभाग मे अपने ही समकक्ष कैडर कि तुलना मे वेतनमान बहुत कम है. जिस विसंगति को दूर करने एवं अपने 6 सुत्रीय कि मांग

  1. समान शैक्षणिक योग्यता एवं प्रशिक्षण अवधि के आधार पर एवं विभागीय प्रस्ताव अनुरूप ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको का वेतनमान समतुल्य करते हुए वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2800 किया जाए।
  2. ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको का मनोबल बढाने हेतु पदनाम परिवर्तित कर ग्रामीण स्वास्थ्य राहायक अधिकारी किया जाए।
  3. प्रदेश के समस्त उप स्वास्थ्य केंद्र/ हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कलेक्टर दर पर एक वार्डआया/ सफाई कर्मचारी कि नियुक्ति किया जाए।
  4. ऑनलाईन डाटा एंट्री के कार्य हेतु अलग से प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि 5000 रू निर्धारित किया जाए। अतिरिक्त मानदेय निर्धारित नहीं करने कि स्थिति में
    प्रशिक्षित पीएडीए के माध्यम से ऑनलाईन डाटा एंट्री का कार्य लिया जाए।
  5. हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ सीएचओं के इंसेंटीव के आधार पर स्वास्थ्य संयोजको के गासिक इंसेंटीव में वृद्धि किया जाए।
  6. विगत कोरोना काल मे सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष कोरोना
    भत्ता प्रदान किया जाए।

को लेकर प्रदेश के हजारो स्वास्थ्य कर्मीयों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज कर दिया है। ज्ञात हो कि स्वास्थ्य संयोजको के लिए कोरोना संकटकाल मे अतुलनीय योगदान के लिए अनेक घोषणाएं हुई लेकिन किसी भी प्रकार का अमल विभाग मे आज तक नही लाया गया है। स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल मे रहने से जिले के समस्त उप स्वास्थ्य केंद्र एवं कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर कि स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होगी जिसमे सामान्य ओ.पी.डी., प्रसव, नियमित टीकाकरण, कोविड टीकाकरण, टी.बी., कुष्ठ, मलेरिया नियंत्रण के साथ-साथ वर्तमान मे शिशु सरंक्षण माह जैसे समस्त 28 राष्ट्रीय कार्यकम एवं राज्य सरकार कि 16 स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं प्रभावित होंगे।

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