बलरामपुर जिले विकासखण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत गोपालपुर में आयोजित जिला स्तरीय समाधान शिविर में छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिन्तामणी महाराज, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार एवं निर्वाचित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न विभाग द्वारा शिविर में लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया एवं ग्रामीणों से प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी ली। इस समाधान शिविर में ग्रामीणों से विभिन्न विभागों को 192 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 186 मांग एवं 06 शिकायत के थे। शिविर में जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा विभागों में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी तथा ग्रामीणों से योजनाओं की अधिक से अधिक लाभ लेने को कहा।
ग्राम पंचायत गोपालपुर में आयोजित जिला स्तरीय समाधान शिविर में छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिन्तामणी महाराज ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों की मांग एवं समस्याओं के निराकरण करने तथा शासन द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी देने सभी विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित हुए हैं। आप अपनी मांग एवं समस्याओं को रखें और शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लें। उन्होंने ग्रामीणों को बिजली की चोरी न करने एवं मीटर लगाकर बिजली का उपयोग करने को कहा। श्री चिन्तामणी महाराज ने क्षेत्र के लोगों से पानी की कमी को देखते हुए ड्रीप सिंचाई अपनाकर पानी की बचत करने की अपील की।
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा है कि अधिकारी गांव में जाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकण करें। मुख्यमंत्री के मंशानुरूप जिले में जिला एवं अनुभाग स्तर पर समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर ने शिविर में आये ग्रामीणों से अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाने-लिखाने को कहा। उन्होंने कहा कि माता-पिता ही बच्चों के शिक्षा पर महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। बच्चों को हम जिस तरह गढ़ेंगे बच्चे वैसे ही बनेंगे। कलेक्टर ने ग्रामीणों से अच्छे पढ़़ने वाले बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव मदद करने की बात कही।
जिला स्तरीय सरकार तुंहर द्वार” के तहत् आयोजित समाधान शिविर में कुल 193 आवेदन मिले जिसमें 186 मांग व 06 शिकायत के प्राप्त हुए। जिसका त्वरित निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित कर दिया गया है। समाधान शिविर में विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत् हितग्राहीमूलक कीट का वितरण जैसे कृषि विभाग द्वारा 60 कृषकों को मक्का बीज का मिनी कीट, मछली पालन विभाग द्वारा 01 कृषक को जाल व 01 को आईस बॉक्स, खाद्य विभाग द्वारा 69 हितग्राहियों को राशन कार्ड, शिक्षा विभाग द्वारा 55 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 100 लोगों को मच्छरदानी, 12 हितग्राहियों को हेल्थ कार्ड, 63 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 32 जॉब कार्ड, उद्यनिकी विभाग द्वारा 50 हितग्राहियों को सब्जी मिनी कीट एवं नींबू पौधा, पशुधन विकास विभाग द्वारा 40 हितग्राहियों को मिनरल मिक्सचर, समाज कल्याण विभाग द्वारा 02 हितग्राहियों को केन स्टीक, 01 मोटराईज्ड ट्रायसायकल, इसी प्रकार आदिवासी विकास विभाग द्वारा 55 हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 16 हितग्राहियों को नोनी सुरक्षा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। शिविर स्थल पर ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 40 हितग्राहियों को दिव्यांग प्रमाण पत्र, श्रम विभाग द्वारा 52 हितग्राहियों को श्रम कार्ड बनाकर वितरण किया गया।
आदिवासी विकास विभाग द्वारा क्षेत्र के 03 सांस्कृतिक दलों को 10-10 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई। महिला बाल विकास विभाग द्वारा 5 नन्हें-मुन्ने बच्चों का अन्नप्राशन तथा 11 गर्भवती माताओं का गोदभराई का रश्म किया गया।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता बेक, उपाध्यक्ष सरिता जायसवाल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री चेतन साहू, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद जायसवाल, जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी सहित भारी संख्या में आमजन उपस्थित थे।