राजपुरI कहते हैं ना, लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होतीI जी हां यह शब्द राजपुर शहर वासियों के लिए पूरी तरह से सही साबित होते हैं,क्योंकि उन्होंने शहर को बचाने का जो प्रयास किया था वह अब सार्थक हो गया है।
एक सप्ताह तक चला था भूख हड़ताल :-
अंबिकापुर से झारखंड की सीमा को जोड़ रही NH343 के नए सड़क बनने का काम प्रगति पर है,एनएच की टीम लगातार काम कर रही है ऐसे में बलरामपुर जिले का राजपुर शहर जो जिले का हृदय स्थल माना जाता है उसके अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा था। सड़क के चौड़ीकरण के कारण लगभग सारे घर उजड़ रहे थे, ऐसे में राजपुर शहर वासियों ने एनएच संघर्ष समिति के बैनर तले शहर को बचाने की मुहिम शुरू की और भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों के जनप्रतिनिधियों से इसमें सहयोग मांगा था। शहर वासियों ने अपनी परेशानी को लेकर कलेक्टर से भी मुलाकात की थी और वहां से भी उन्हें आश्वासन मिला थाI ऐसे में अब जो खबर मिल रही है उसमें राजपुर शहर को इस एनएच से कोई नुकसान नहीं होगा और पूरा शहर सुरक्षित रहेगा।
रविवार को एनएच के सब इंजीनियर अश्वनी देशमुख एनएच के ही कुछ कुछ दस्तावेजों पर दस्तखत कराने के लिए एसडीएम कार्यालय पहुंचे हुए थे, उसी दौरान उन्होंने यह बात बताई और कहा कि राजपुर शहर में बजाज शोरूम से लेकर तहसील ऑफिस तक सड़क जैसे का तैसा रहेगा और उसमें ही सड़क का निर्माण होगा किसी के घर को तोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसमें ऐसा करने के निर्देश दिए हैं जिस पर काम चल रहा है।राजपुर शहर को बचाने के लिए क्षेत्र के विधायक चिंतामणि महाराज एवं केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने काफी पहल की थी और उन्होंने उच्च स्तर के अधिकारियों व मंत्रियों से भी मुलाकात कर इस पर चर्चा की थी।
फिर से बन रहा है नया डीपीआर:- एन एच के अधिकारियों से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया कि पूर्व में सड़क निर्माण के लिए बनाया गया डीपीआर लेप्स कर दिया गया है और चुकी अब राजपुर शहर को बचाना है इसलिए नए डीपीआर का निर्माण किया जा रहा है।इस खबर की जानकारी मिलते ही राजपुर शहर के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है और सभी लोग जश्न मना रहे हैं।