बलरामपुर जिले में ट्रिपल मर्डर केस में प्रदेश अध्यक्ष ने सोपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
बलरामपुर जिले के ट्रिपल मर्डर केस पर समाज की कड़ी प्रतिक्रिया
बलरामपुर जिले में हुए दिल दहला देने वाले समाज के ट्रिपल मर्डर केस ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। इस मामले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सर्व नाई सेन समाज छत्तीसगढ़ ने कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री, महामहिम राज्यपाल, और गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन दुर्ग कलेक्टर को सौंपा गया, जिसमें घटना के लिए शासन की लापरवाही को मुख्य कारण बताया गया।
घटना का विवरण
यह जघन्य अपराध बलरामपुर जिले में हुआ, जिसमें तीन निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवारों बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है। समाज ने इसे कानून-व्यवस्था की विफलता करार देते हुए अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की है।
समाज की मांगें
ज्ञापन में समाज की ओर से निम्नलिखित प्रमुख मांगे प्रस्तुत की गईं:
1. दो करोड़ रुपये मुआवजा:
पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता के तौर पर दो करोड़ रुपये मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि परिवारों को इस विपदा से उबरने में मदद मिल सके।
2. शिक्षा की जिम्मेदारी:
पीड़ित परिवार की एक छोटी बच्ची के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए, उसकी पूरी शिक्षा का खर्च सरकार द्वारा उठाया जाए।
3. तत्काल गिरफ्तारी:
ज्ञापन में मांग की गई कि घटना में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें कठोरतम सजा दी जाए।
4. सुरक्षा का आश्वासन:
समाज ने इस घटना के बाद लोगों में व्याप्त भय और असुरक्षा की भावना को देखते हुए सरकार से सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध करने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख प्रतिनिधि
ज्ञापन सौंपने के दौरान समाज के कई प्रमुख पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे। इनमें शामिल हैं:
पुनीत राम सेन: प्रदेश अध्यक्ष, सर्व नाई सेन समाज छत्तीसगढ़
नंद कुमार सेन: केशशिल्पी बोर्ड के अध्यक्ष
सुश्री मोना सेन: प्रदेश अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ और पूर्व केशशिल्पी बोर्ड अध्यक्ष
भुवनलाल कौशिक: प्रदेश सचिव
विनोद सेन: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
हरेन्द्र उमरे: विधि प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष
भिकम सेन:दुर्ग जिला अध्यक्ष
अन्य प्रमुख सदस्य: , घनश्याम सेन, बलेस्वर सेन, मन्थिर सेन, प्रकाश सेन, नेतराम भारद्वाज, नरेश सेन
घटना पर समाज का आक्रोश
समाज ने इस घटना को शासन-प्रशासन की लापरवाही का परिणाम बताया। समाज के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय रहते सुरक्षा उपाय किए होते, तो यह जघन्य अपराध नहीं होता।
घटना के बाद पूरे समाज में आक्रोश व्याप्त है।
समाज ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को समय रहते नहीं माना गया, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंग
पीड़ित परिवार की स्थिति
घटना के बाद से पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए समाज ने एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से परिवार की छोटी बच्ची के भविष्य को लेकर समाज चिंतित है और उसे शिक्षा एवं सुरक्षा की गारंटी देने की मांग कर रहा है।
समाज की अपील
ज्ञापन के माध्यम से समाज ने शासन से यह अपील की है कि:
1. घटना की निष्पक्ष जांच की जाए।
2. पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत दी जाए।
3. अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय के कटघरे में लाया जाए
सरकार और प्रशासन की भूमिका
अब सबकी निगाहें प्रशासन और सरकार पर हैं कि वे इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करते हैं।
क्या पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा?
क्या दोषियों को सजा मिलेगी?
क्या इस घटना के बाद शासन-प्रशासन कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के ठोस कदम उठाएगा?
बलरामपुर जिले की इस घटना ने समाज के हर वर्ग को झकझोर कर रख दिया है। ज्ञापन के माध्यम से समाज ने एकजुटता दिखाते हुए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि शासन इस पर क्या कदम उठाता है और पीड़ित परिवारों को कब तक न्याय मिलता है।