ग्रामीण लकड़ी के पुल पर जान जोखिम में डालकर कर रहे है आवगमन,,जिम्मेदार कोन अधिकारी ने कहा कि मीडिया में बोलने के लिए उच्चअधिकारी ने मना किया है
बलरामपुर जिले में जल संसाधन विभाग क्रमांक 01 की लापरवाही का खामियाजा विशेष पिछड़ी जनजाति के पहाड़ी कोरवा समुदाय को भुगतना पड़ रहा है,,ग्रामीण पिछले कई वर्षों से अपनी जान को जोखिम में डालकर अपना जीवन यापन करने पर मजबूर है ,वही मामले में जब विभाग के कार्यपालन अभियंता से बात की गई तो उनके द्वारा मामले में गैर जिम्मेदाराना जवाब सामने आया है ।
दरअसल पूरा मामला जिले में राजपुर जनपद पंचायत के ग्राम आरा गांव के धवई बांध पारा का है जहाँ पर पहाड़ी कोरवा जनजाति की करीब 40 घरो की आबादी निवासरत है ,,और यहाँ पर बीते कई बर्षो से जल संसाधन विभाग द्वारा नहर का निर्माण करवाया गया था और उसमें जल का प्रवाह लगातार हो रहा है,,लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है कि नहर के दोनों किनारे पहाड़ी कोरवा की आबादी निवास कर रही है ,और आबादी वाले क्षेत्र में विभाग द्वारा नहर पर पुल का निर्माण नही करवाया गया है ,जिससे ग्रामीण लड़की का पुल नहर पर बनाकर अपनी जान को जोखिम में डालकर आना जाना करने पर मजबूर है ,,ग्रामीणों ने बताया है कि रात के अंधेरे में लकड़ी का पुल पार करना पड़ता है जिससे बीते दो वर्ष पहले एक ग्रामीण का लकड़ी के पुल से गिर जाने से उसका पैर भी टूट चुका है,,वही क्षेत्रीय विधायक भी बीते विधानसभा चुनाव के पहले गांव मे आकर नहर के ऊपर पुल बनाने की बात कही थी लेकिन महोदय का घोषणा ठंडे बस्ते में पड़ गया और ग्रामीण आज भी अपनी जान को जोखिम में डालकर आना जाना करने पर मजबूर है ,,,वही मामले में जब जल संसाधन विभाग क्रमांक 01 के जिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमे किसी भी मामले में मिडिया और प्रेस मे कुछ भी बोलने से विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा मना किया गया है ,,,लेकिन जब विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ेगे तो ऐसे ही आम जनता को समस्यायों का सामना करना पड़ता रहेगा और अधिकारी अपने वातानुकूलित चेम्बर में बैठकर ऐसे ही गैर जिम्मेदाराना जवाब देते रहेंगे ।